Congress leaders met the family of the deceased farmer | राजनारायणसिंह बोलें- सरकार निकम्मी और प्रशासन असक्षम; बताए RBC के नियम

खंडवा36 मिनट पहले
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मृतक आदिवासी किसान सुखराम के परिवार से मिले कांग्रेस नेता राजनारायणसिंह पुरनी।
खंडवा में मौसम की बेरूखी से फसल बर्बादी और शुरूआती बारिश में नुकसानी से आहत एक किसान ने जहर खुदकुशी कर ली। पुनासा तहसील के गांव दैत में दिवंगत किसान के परिवार से मिलने पहुंचे कांग्रेस नेता राजनारायणसिंह और उत्तमपालसिंह पुरनी ने शोक संवेदनाएं व्यक्त कर परिवार को आर्थिक सहायता दी। मौके पर मौजूद राजस्व विभाग के अफसरों से सवाल किए।
पूर्व विधायक राजनारायणसिंह ने आदिवासी किसान सुखराम की आत्महत्या के लिए प्रशासन और सरकार की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि जब अंग्रेजों के समय से आरबीसी का नियम चला आ रहा है कि फसल से लेकर मवेशी और इंसान की क्षति पर मुआवजा देना होता है। जब पुनासा में आफत की बारिश आई, लोगों के मकान गिर गए, फसलें बह गई। यहां तक मवेशी मर गए, इंसानों ने जैसे-तैसे जान बचाई। बावजूद दो महीने बाद भी किसानों को सरकारी नियमानुसार भी राहत नहीं मिल पाई। यानी सरकार निकम्मी है और प्रशासन असक्षम है।
मौके पर मौजूद पुनासा एसडीएम बजरंग बहादुरसिंह से उत्तमपालसिंह और राजनारायणसिंह ने दो टूक में कहा कि तत्काल बाढ़ प्रभावित किसानों को मुआवजा दो। मृतक सुखराम के परिवार को आरबीसी के तहत आर्थिक सहायता दो। इस तरह की उदासीनता रही तो सैकड़ों किसान मर जाएंगे। किसान की मौत के दूसरे दिन प्रशासन की नींद खुली है, जबकि हम लोग भोपाल में थे, जैसे जानकारी मिली तो आपसे पहले सीधे यहां आ गए। मैं सरकार में रहा हूं और आगे भी रहूंगा। इसलिए नियम-कायदे अच्छे से जानता हूं। एसडीएम ने कहा कि मृतक किसान के मृत बैलों की पीएम रिपोर्ट अभी प्राप्त हुई है, जल्द ही क्षतिपूर्ति की राशि दे दी जाएगी।

मौके पर एसडीएम और राजस्व अफसरों से बात करते उत्तमपालसिंह।

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