Conclusion of Chaliha Festival at Jhulelal Temple in Indore | मटकीयात्रा के लिए उल्लासनगर रवाना हुआ 200 श्रद्धालुओं का जत्था

नरेश फुंदवानी. इंदौर17 मिनट पहले
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सिंधी समाज द्वारा शहर में मनाए जा रहे 40 दिवसीय चालीहा महोत्सव का समापन सोमवार को हुआ। इस दौरान इष्टदेव झूलेलाल मटकी यात्रा और पल्लव के लिए देशभर से सिंधी समाज के लाखों श्रद्धालु उल्लासनगर में इकट्ठा होंगे। सोमवार को शहर से लगभग 200 श्रद्धालुओं का जत्था रवाना हुआ। सिंधी समाज के समाजसेवी नरेश फुंदवानी ने बताया कि उल्लासनगर (महाराष्ट्र) के चालीहा महोत्सव 2023 की मटकी यात्रा देश के साथ विदेशों में भी प्रसिद्ध है। इसके लिए इंदौर से उल्हासनगर जाने की लिए लगभग 300 श्रद्धालु चालीहा महोत्सव में जाने की तैयारियों में जुटे हुए थे। सोमवार को इंदौर रेलवे स्टेशन से इंदौर-पूना एक्सप्रेस से लगभग 200 लोगों का जत्था लाल झूलेलाल के जयकारों के साथ रवाना हुआ। इसमें 100 समाजजन फ्लाइट, बस और निजी वाहनों से उल्हासनगर पहुंचेंगे। उल्हासनगर में 22 अगस्त को लाखों श्रद्धालुजन इष्टदेव भगवान झूलेलाल मटकी यात्रा में सिर पर मटकी रखकर झूलेलाल मंदिर का भ्रमण कर अपनी मन्नत मांगकर मंदिर के कुंड में मटकी विसर्जित करेंगे। 23 अगस्त को सुबह 11 बजे पल्लव के बाद उल्हासनगर के चालीहा साहेब मंदिर में चालीहा उत्सव का समापन होगा।

लाल झूलेलाल के जयकारों के साथ रवाना हुए सिंधी समाजजन।
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