Churning on 34 seats of Gwalior-Chambal | जिस विधानसभा में लगातार हार रहे वहां के मुखियाओं की ली क्लास, नसीहत दी विरोध नहीं चाहिए

ग्वालियरएक घंटा पहले
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बैठक में अमित शाह और उनके साथ सीएम शिवराज व अन्य केन्द्रीय मंत्री
ग्वालियर में भाजपा की प्रदेश कार्य समिति की बैठक के बाद अमित शाह ने होटल में संगठन की बैठक ली है। जिसमें ग्वालियर-चंबल अंचल की 34 विधानसभा सीट पर वन टू वन किया है। यहां जिन विधानसभा क्षेत्र में भाजपा लगातार हार रही है, वहां के नेताओं, मंडल अध्यक्षों और मुखियाओं की क्लास ली है। उनको नसीहत तक दे डाली है कि इस बार हारे तो समझ लेना।
जिन सीट पर विरोध है उन पर भी अमित शाह ने विरोध करने वालों की क्लास ली है। बिना वजह मीडिया में जाकर दावा कर पार्टी की छवि खराब करने पर भी शाह ने नाराजगी दिखाई है। गृहमंत्री अमित शाह ने कुछ सीट पर अच्छा काम और भाजपा की जीत की संभावनाएं बढ़ने पर प्रशंसा भी की है। यही कारण था कि सवा दो घंटे चलने वाली संगठन की बैठक 3 घंटे से भी ज्यादा समय तक चली है।

बैठक से पहले सभी का अभिवादन स्वीकार करते गृहमंत्री
देश के गृहमंत्री और केन्द्र सरकार में नंबर-2 की भूमिका निभाने वाले अमित शाह रविवार को मध्य प्रदेश में भोपाल और ग्वालियर के दौरे पर रहे हैं। रविवार दोपहर भोपाल विधायकों का रिपोर्ट कार्ड जारी करने के बाद वह ग्वालियर पहुंचे और अटल सभागार में भाजपा की प्रदेश कार्य समिति की बैठक में शामिल हुए। इसके बाद शाम 5.30 बजे से 7.45 बजे तक चलनी थी, लेकिन गृहमंत्री अमित शाह एक बार संगठन की बैठक में घुसे तो यह बैठक तीन घंटे से भी ज्यादा देर तक चली है। सूत्रों से पता लगा है कि अमित शाह ने इस बैठक में अंचल के नेताओं की अच्छी तरह क्लास ली है। उनको नसीहत देने के साथ ही इस चुनाव में चुनौती दी है।
लगातार हार रहे विधानसभा सीट पर जमकर लगाई फटकार
जिन सीट पर भाजपा लगातार हार रही है उन पर अमित शाह ने स्थानीय नेताओं की जमकर क्लास ली है। उनका कहना था कि जब सरकार आपकी है और कई तरह की योजनाएं आम लोगों के लिए लाई गई हैं तो फिर यहां के स्थानीय नेता लोगों में विश्वास पैदा क्यों नहीं कर पा रहे हैं। गृहमंत्री शाह ने फटकार लगाते हुए नसीहत दी है कि इस बार मुझे परिणाम चाहिए वो भी जीत के रूप में ही चाहिए।
विरोधियों को कहा अब समय एक होने का है, समझ जाओ
जिन विधानसभा सीट पर विवाद की स्थिति है और भाजपाई ही आपस में दावेदारी कर झगड़ रहे हैं उनको लेकर भी गृहमंत्री शाह काफी नाराज नजर आए हैं। यहां भी उन्होंने नसीहत दी है कि जब आप ही आपस में लडेंगे तो मतदाता आप पर भरोसा कैसे करेगा। अब समय नहीं है लड़ने का। अब तो एक होकर विरोधियों का मुंह बंद करना है। समझ जाओ नहीं तो संगठन को कड़े फैसले लेने आते हैं।
ग्वालियर-चंबल अंचल से ज्यादा से ज्यादा सीट चाहिए
सूत्रों की माने तो अमित शाह ने इस मौके पर सभी को साफ कह दिया है कि मध्य प्रदेश में मुझे ग्वालियर-चंबल अंचल की 34 सीट में से ज्यादा से ज्यादा सीट पर जीत चाहिए। साल 2018 में यहां 34 में से 7 भाजपा के पास थीं, जबकि 26 कांग्रेस व एक बसपा के पास थी। यही कारण था कि भाजपा को सत्ता से दूर होना पड़ा। पर साल 2020 के उपचुनाव के बाद भाजपा लगभग 20 पहुंच गई और कांग्रेस 14 पर हो गई। पर इस बार साल 2023 में भाजपा को ज्यादा से ज्यादा सीट लानी है।
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