Morena’s ASI suicide case | अपने बड़े भाई के बेटे के मर्डर से डिप्रेशन में थे ASI राकेश यादव

मुरैना39 मिनट पहले
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मुरैना के बागचीनी थाने में पदस्थ ASI राकेश यादव अपने बड़े भाई के बेटे की हत्या के बाद डिप्रेशन में रहा करते थे। उसकी हत्या हरियाणा स्थित उनके पैत्रिक गांव महेन्द्रगढ़ में हुई थी। उनके भाई के वह इकलौता बेटा था। अपने बड़े भाई को दु:खी देखकर वह डिप्रेशन में रहा करते थे। उसी डिप्रेशन की बीमारी के चलते उनका ग्वालियर स्थित एक चिकित्सक का इलाज चलता था। इस बात का खुलासा एडिशनल SP अरविंद ठाकुर ने किया है।
बता दें, कि ASI राकेश यादव मध्यप्रदेश पुलिस में बतौर आरक्षक भर्ती हुए थे। उसके बाद पदोन्नत करके उनको हवलदार तथा बाद में कार्यवाहक ASI बना दिया गया था। वह पिछले एक वर्ष से बागचीनी थाने में पदस्थ थे। इससे पहले वह मुरैना के कोतवाली, सिविल लाइन सहित अन्य थानों में पदस्थ रहे थे।

राकेश यादव की लाश
सुबह आठ बजे मुरैना से निकले थे राकेश यादव
एएसआई राकेश यादव की पत्नी मुरैना में उनके शासकीय क्वार्टर में रहती हैं। वह सुबह आठ बजे अपने मुरैना स्थित क्वार्टर से निकले थे तथा 10 बजे बागचीनी थाने पहुंचे तथा वहां अपने कमरे में पहुंचकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पहले उनकी पत्नी उनके साथ बागचीनी थाने में ही रहती थीं। तब उनके पास थाना प्रभारी का क्वार्टर था लेकिन बाद में जब थाना प्रभारी अपने क्वार्टर में पहुंच गई तो उन्हें क्वार्टर खाली करना पड़ा और पत्नी को मुरैना स्थित अपने पुराने क्वार्टर में भेजना पड़ा था। जिसके कारण वे लगभग हर दिन शाम को ड्यूटी खत्म होते ही मुरैना अपने शासकीय पुराने क्वार्टर में पहुंच जाया करते थे। शुक्रवार की शाम भी वे हर दिन की तरह अपने मुरैना स्थित क्वार्टर में पहुंचे थे, तथा अगले दिन शनिवार को सुबह आठ बजे वहां से बागचीना थाने के लिए निकल गए थे।

बागचीनी थाने में मौजूद लोग
भतीजे की मौत से डिप्रेशन में रहते थे राकेश यादव
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि महेन्द्रगढ़ स्थित उनके पैत्रिक गांव में उनके बड़े भाई रहा करते हैं। उनके एक ही बेटा था। उनके बेटे का किन्हीं लोगों ने हत्या कर दी थी। अपने इकलौते भतीजे की हत्या से राकेश यादव हमेशा परेशान रहा करते थे तथा डिप्रेशन में रहा करते थेइसी डिप्रेशन के चलते उन्होंने अपना इलाज करवाना शुरु कर दिया था तथा ग्वालियर के एक चिकित्सक डॉ. जयदीप शर्मा का इलाज चल रहा था। उनके इलाज के कागजात भी एएसपी ने देखे थे, जो कि उनके बेटे अमित ने उन्हें दिखाए थे।

बागचीनी थाने पहुंचे एएसपी अरविंद ठाकुर
पीएससी की तैयारी करता है बेटा
ASI राकेश यादव के दो ही बच्चे हैं, जिसमें एक बेटा है तथा दूसरी बेटी है। बेटा अविवाहित बताया जा रहा है तथा वह BHEL में नौकरी करता था। उसके बाद जब उसका मन नहीं लगा तो वह नौकरी छोड़कर आ गया तथा MP PSC की तैयारी करने लगा। बेटा अमित भी इनके ही साथ मुरैना में रहता था।

राकेश यादव की लाश को मुरैना जिला अस्पताल लाया गया
कहते हैं वरिष्ठ अधिकारी
ASI राकेश यादव अपने इकलौते भतीजे की हत्या के गम में डिप्रेशन में रहा करते थे। उनका इसी वजह से इलाज चल रहा था। आत्महत्या की वजह भी यही सामने आई है।
अरविंद ठाकुर, ASP, मुरैना
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