मध्यप्रदेश

वंदे भारत ट्रेनों की कमजोर ऑक्यूपेंसी की रिपोर्ट मुख्यालय रवाना, किराए में हो सकती है कमी | Extension of Vande Bharat will also be considered

भोपाल17 मिनट पहले

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भोपाल-इंदौर और जबलपुर-आरकेएमपी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की कमजोर ऑक्यूपेंसी की रिपोर्ट पश्चिम-मध्य रेल जोन के मुख्यालय जबलपुर भेज दी गई है।

भोपाल-इंदौर और जबलपुर-आरकेएमपी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की कमजोर ऑक्यूपेंसी की रिपोर्ट पश्चिम-मध्य रेल जोन के मुख्यालय जबलपुर भेज दी गई है। वहां से उसे रेल मंत्रालय भेजा जा रहा है। इसके बाद रेल मंत्रालय इन ट्रेनों के किराए में की जाने वाली कमी का फैसला करेगा। यह बात नवागत डीआरएम देवाशीष त्रिपाठी ने शुक्रवार को मीडिया से कहीं।

उन्होंने कहा कि जहां तक ट्रेन के भोपाल से एक्सटेंशन या संत हिरदाराम नगर स्टेशन पर इंदौर वंदे भारत का हाल्ट बढ़ाने की बात है, ऐसा करने से अन्य ट्रेनें प्रभावित होती हैं, जिनका ध्यान रखते हुए प्लानिंग करना पड़ती है। वहीं, भोपाल एक्सप्रेस की हजरत निजामुद्दीन लगातार दो घंटे तक की लेटलतीफी से चल रही है। इसे दूर करवाने अतिरिक्त प्रयास करेंगे। त्रिपाठी ने कहा कि इसी तरह भोपाल स्टेशन पर स्टेशन मैनेजर कमर्शियल का रिश्वत लेते वक्त ट्रैप होने की घटना गंभीर है। जो भी घटनाएं इस तरह की हुईं, इनसे हम चिंतित हैं।

अमृत भारत योजना के तहत रेल मंडल के 11 स्टेशनों का चयन री-डेवलपमेंट वर्क के लिए किया गया है। इन पर 235.2 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भोपाल मंडल के कुल 11 स्टेशनों में भोपाल का संत हिरदाराम नगर स्टेशन इस योजना में शामिल किया गया है। इसके अलावा रेल मंडल के इटारसी जंक्शन, गुना, गंजबासौदा, ब्यावरा-राजगढ़, शिवपुरी, रुठियाई, बानापुरा, विदिशा, नर्मदापुरम, हरदा स्टेशन शामिल हैं।

डीआरएम ने बताया कि 6 अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत एक साथ 508 रेलवे स्टेशनों के री-डेवलपमेंट का शिलान्यास होने जा रहा है। इनमें मध्यप्रदेश के 80 से अधिक स्टेशनों का अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत री-डेवलपमेंट किया जाएगा। पश्चिम-मध्य रेलवे जोन मुख्यालय के तहत आने वाले जबलपुर मंडल के 11 और कोटा मंडल के सबसे ज्यादा 14 स्टेशनों का री-डेवलपमेंट भी इस स्कीम में शामिल है।

बिल्डिंग में सुधार

इस योजना के अंतर्गत चयनित स्टेशनों में स्टेशन बिल्डिंग में सुधार और स्थानीय कला तथा संस्कृति समावेश करते हुए सौंदर्यीकरण किया जाएगा। साथ ही सर्कुलेटिंग एरिया और आने-जाने के रास्तों में भी यात्रियों के अनुकूल सुधार व री-डेवलपमेंट किया जाएगा।

बेहतर लाइटिंग और पर्यावरण सुधार
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत सुविधाओं की बढ़ोत्तरी के दौरान पहले हुए अनावश्यक निर्माण कार्यों को हटाकर रेलवे स्टेशनों तक सुचारू रास्ते, बेहतर लाइटिंग व्यवस्था, पार्किंग के लिए पर्याप्त जगह, दिव्यांगजन अनुकूल बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्रीन एनर्जी के उपयोग से पर्यावरण के अनुकूल बिल्डिंग का निर्माण होगा।


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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