अजब गजब

स्कूल टीचर ने शुरू किया बिजनेस, खड़ी कर दी 330 करोड़ रुपये की कंपनी, बच्चों को पढ़ाकर खूब पीटा पैसा

हाइलाइट्स

प्रेरणा झुनझुनवाला सिंगापुर में प्री-स्कूल चलाती हैं.
उन्होंने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है.
उनकी मुख्य ऐप को 90 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है.

नई दिल्ली. एक आइडिया कब और कैसे आपकी किस्मत बदल दे ये कोई नहीं जानता है. प्रेरणा झुनझुनवाला भी आज एक आइडिया के बल पर 300 करोड़ की कंपनी की मालिक हैं. ऐसा नहीं है कि उनका आइडिया कोई बहुत नया है लेकिन उन्होंने इसका इस्तेमाल जिस तरह से किया उसकी वजह से उन पर पैसों की बरसात हो गई. प्रेरणा झुनझुनवाला सिंगापुर में एक प्री-स्कूल चलाती हैं. इस स्कूल का नाम लिटिल पेडिंगटन है और यह सिंगापुर का जानामाना स्कूल है. लर्निंग से ही जुड़ा उनका एक ऐप है जिसकी वैल्यूएशन करीब 330 करोड़ रुपये है.

इस ऐप का नाम क्रिएटिव गैलिलियो है. इस एप का मकसद तीन से आठ साल उम्र के बच्चों को पढ़ने में मदद करना है. इस ऐप्लीकेशन को अब तक 90 लाख बार डाउनलोड किया जा चुका है. यह ऐप बच्चों को गेम्स, वीडियो और पर्सनलाइज्ड लर्निंग की मदद से सीखने में हेल्प करता है. आपको बता दें कि प्रेरणा ने IIT, IIM या किसी बिजनेस स्कूल से पढ़ाई नहीं की है. उन्होंने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से साइंस में ग्रेजुएशन किया है.

ये भी पढ़ें- 4 ट्रिलियन डॉलर के पार निकली भारत की GDP, चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के बेहद करीब

330 करोड़ का स्टार्टअप
पिछले ही साल प्रेरणा के स्टार्टअप ने 4 करोड़ डॉलर (330 करोड़ डॉलर) पर 60 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन प्राप्त की थी. उनका कहना है कि उन्होंने अपने स्टार्टअप की मार्केटिंग पर कुछ खर्च नहीं किया है और उनके स्टार्टअप की ग्रोथ ऑर्गेनिक तरीके से हो रही है. उनके स्टार्टअप में अभी 30 लोग काम करते हैं. कंपनी की योजना है कि कर्मचारियों की संख्या को अलगे एक साल में बढ़ाकर दोगुना कर देना है. प्रियंका झुनझुनवाला बताती हैं कि कंपनी को इंडोनेशिया और वियतनाम में भी लॉन्च करने की योजना है. कंपनी स्थानीय भाषाओं में भी कंटेंट लॉन्च करने की तैयारी कर रही है. अभी उनका सिंगापुर वेंचर सात स्कूलों में है.

2 अन्य ऐप्स
कंपनी ने 2 और ऐप्स भी डेवलप की हैं. इन ऐप्स के नाम टूनडेमी और लिटिल सिंघम है. इन दोनों को कुल मिलाकर 1 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है. भारत के प्लेस्टोर में यह बच्चों के लिए इकलौती एजुकेशनल ऐप है जो टॉप-20 में आती है.

Tags: Business, Business news in hindi, Success Story, Womens Success Story


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!