Mp News:ओंकारेश्वर में नंदी को कैद देख भड़कीं उमा भारती, जाली तोड़ पुरातत्व विभाग को दी एफआईआर करने की चुनौती – Mp News: Uma Bharti Got Angry After Seeing Nandi Imprisoned In Omkareshwar, Broke The Lattice

उन्होंने पुरातत्व विभाग से अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए सख्त अंदाज में कहा कि हर मंदिर का वास्तु होता है। द्वादश ज्योतिर्लिंग में ममलेश्वर वृषभ राशि के स्वामी हैं। वास्तु के हिसाब से नंदी के दाईं ओर से ज्योतिर्लिंग मंदिर में दर्शन का रास्ता जाना है। आपने इसे बंद कर मंदिर का वास्तु बिगाड़ रखा है। मैंने आज इसे हटा दिया है। अब यह दोबारा नहीं लगेगा। आपके अधिकारी को सूचना दे दीजिए कि मुझ पर एफआईआर दर्ज करा दें। मैं जेल जाने को तैयार हूं।
ओंकारेश्वर में ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग के पास नंदी की जाली हटाने के बाद पुरातत्व विभाग के कर्मचारियों को @umasribharti की चेतावनी… चाहे तो एफआईआर करा दो। मैं जेल जाने को तैयार हूं। https://t.co/HvqqZV0gxq pic.twitter.com/3vCs22i5na
— Amar Ujala Madhya Pradesh (@AU_MPNews) December 23, 2022
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ओंकारेश्वर में ज्योतिर्लिंग दर्शन के दौरान जाली में कैद नंदी प्रतिमा को लेकर अफसरों पर भड़क गई। उन्होंने पुरातत्व विभाग के स्थानीय कर्मचारियों से कहा कि हजारों साल पहले विद्वानों ने वास्तु के अनुसार मंदिरों का निर्माण किया था। आज ऐसे विद्वानों को चुनौती देकर धरोहरों के साथ खिलवाड़ हो रहा है। अगर कुछ परिवर्तन जरूरी भी है तो इसके लिए वैदिक विद्वानों से सुझाव लेकर किए जाएं।
यह है दर्शन का वास्तु
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ओंकारेश्वर में मुख्य ज्योतिर्लिंग ममलेश्वर ही हैं। सामने ऊपर पहाड़ी पर तो विश्व के स्वामी ओंकार बिंदु संयुक्त बैठे हैं। ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग वृषभ राशि के स्वामी हैं। सामने नंदी भी वास्तु के हिसाब से बैठे हैं। वास्तु अनुसार मुझे दाएं होकर मंदिर में प्रवेश करना है लेकिन आपने रास्ता बंद कर रखा है। मुझे छोड़ दें लेकिन देशभर से नंगे पैर आने वाले भक्तों की आस्था से खिलवाड़ हो रहा है। मैं यह नहीं होने दूंगी।
पूर्व सीएम भारती के कहने पर भक्तों ने नंदी के चारों ओर लगी जाली हथोड़े से हटवा दी। उन्हें रोकते हुए पुरातत्व विभाग के कर्मचारियों ने कहा कि आप आवेदन दे दीजिए। हम अफसरों तक पहुंचाकर निराकरण कराएंगे। इस पर वे फिर भड़क उठीं। उन्होंने कहा मैं क्या, कोई भक्त भी आवेदन नहीं देगा। मैंने जाली तोड़ी है। आप अफसरों को सूचना देकर एफआईआर दर्ज करा सकते हैं। मैं जेल जाने को तैयार हूं। लेकिन जाली दोबारा नहीं लगेगी। पूर्व सीएम के तेवर देख पुरातत्व विभाग के भी कर्मचारी डरे सहमे नजर आए।
सोशल मीडिया पर उमा भारती ने कहा-
आज मैं ओंकारेश्वर में हूं, बहुत ही सुंदर तरीके से परिक्रमा मार्ग का निर्माण कार्य चल रहा है। आदि शंकराचार्य जी की दीक्षा गुफा भी पहले की तुलना में बहुत ही साफ-सुथरी एवं व्यवस्थित मिली। द्वादश ज्योतिर्लिंग में से एक भगवान अमलेश्वर एवं ममलेश्वर हैं इसमें ओंकारेश्वर तो विश्व के मूल हैं एवं भगवान अमलेश्वर वृषभ राशि के स्वामी ज्योतिर्लिंग हैं। आज जब मैं वहां दर्शन करने के लिए पहुंची तो वहां कोरोना काल की, की गई प्रतिबंधित व्यवस्था जस की तस थी। पुजारियों को, यात्रियों को इस व्यवस्था से बहुत परेशानी थी एवं मंदिर का वास्तु पूरा बिगड़ गया था। कोरोना तो चला गया लेकिन सबके विरोध के बाद भी यह व्यवस्था बनी रही जो कि अनावश्यक थी, नियम विरुद्ध थी, परंपराओं का हनन कर रही थी तो मैंने अपने हाथ से ही वह व्यवस्था हटा ली। हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि भारत पर कोरोना का संकट ना आए। यदि कभी ऐसा हुआ तो फिर से पुरातत्व विभाग अपनी व्यवस्था को मान्यताओं से खिलवाड़ किए बगैर बहाल कर ले। कोरोना भारत की ओर नहीं झांकेगा ऐसा मुझे विश्वास है।