पूरे उफान पर यमुना, दो शेल्टर होम में भी भरा पानी, लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया| Yamuna in full swing, water filled in two shelter homes, people were taken to safe places

यमुना नदी
नई दिल्ली: यमुना नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण पुरानी दिल्ली के निचले इलाकों में स्थित दो शेल्टर होम्स में पानी भर गया, जिसके कारण वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार को शेल्टर्स होम्स में बारिश का पानी घुस गया। दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) के अधिकारी ने कहा, ‘‘ मौजूदा समय में भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में दो आश्रय गृह प्रभावित हुए हैं – एक पुरानी दिल्ली के गांधी पार्क में और दूसरा गीता घाट (यमुना तट) में। इन आश्रय गृहों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। ’’
बृहस्पतिवार शाम में यमुना नदी का जलस्तर बढ़कर 208.66 मीटर तक पहुंच गया जिससे आस-पास की सड़कें और सार्वजनिक और निजी बुनियादी ढांचे जलमग्न हो गए। इसके कारण नदी के करीब रहने वाले लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। नदी में जलस्तर कल के जलस्तर से एक मीटर अधिक है। यमुना का जलस्तर इस बार 45 साल पहले के सबसे अधिक स्तर को भी पार कर गया है।
लालकिला 14 जुलाई तक आगंतुकों के लिए बंद किया गया
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए लालकिलाआगंतुकों के लिए बंद कर दिया गया और यह 14 जुलाई को भी बंद रहेगा। सोमवार को खतरे के निशान को पार करने के बाद, उफनती यमुना का पानी राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर आ गया जिससे कई इलाके जलमग्न हो गए। यमुना का पानी लालकिले की दीवारों तक भी पहुंच गया, जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल सूची में शामिल है। कई इलाकों में लोगों को कमर तक और कुछ स्थानों पर गर्दन तक पानी में यात्रा करते देखा गया।
राजघाट और पुराना किला क्षेत्र में भी अत्यधिक जलभराव की सूचना मिली है। एएसआई ने आज एक आदेश में कहा, ‘‘प्राचीन स्मारक और पुरातात्विक स्थल और अवशेष नियम, 1959 के नियम 5 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, महानिदेशक, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, एतद् द्वारा निर्देश देते हैं कि भारी बारिश के कारण लालकिला जनता और सामान्य आगंतुकों के लिए 13 जुलाई को दिन के उत्तरार्ध से 14 जुलाई, 2023 तक बंद रहेगा। (भाषा)