शर्मसार हुई इंसानियत … कड़ाके की ठंड में लावारिस पड़ा मिला नवजात शिशु

एक साल में सामने आए आधा दर्जन मामले, नहीं पकड़ा एक भी दोषी
नौगांव। शनिवार की सुबह नगर के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के परिसर के पास कड़ाके की ठंड में कम्बल में लिपटा एक नवजात शिशु मिला है जिसे प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया है। शिशु की हालत बेहद नाजुक बताई गई है। गौरतलब है कि पिछले एक वर्ष में नगर से लावारिश बच्चे मिलने के आधा दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं लेकिन आज तक एक भी दोषी को पकड़ा नहीं जा सका है।प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह करीब 7 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पीछे वाले रास्ते से एक कुत्ता कम्बल को घसीटता हुआ अस्पताल की ओर ला रहा था। तभी अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ का ध्यान उस ओर गया। जब स्टाफ ने कुत्ते को भागकर कम्बल खोला तो उसमें नवजात शिशु मिला, जो ठंड के कारण नीला पड़ गया था। तुरंत ही स्टाफ ने इसकी सूचना बीएमओ डॉ. रविन्द्र पटेल को दी जिसके बाद बीएमओ ने शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. महेश दीक्षित को बुलाकर नवजात का प्राथमिक उपचार कराया और बाद में नाजुक हालत के चलते उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। बीएमओ डॉ. रविन्द्र पटेल ने बताया कि नौगांव में इससे पहले भी लावारिस बच्चों के मिलने की घटनायें सामने आई हैं लेकिन यह घटना इसलिए अधिक शर्मसार करने वाली है क्योंकि शुक्रवार की रात नौगांव का तापमान 0.5 डिग्री था और इतने कम तापमान में लोगों को घरों के भीतर चैन नहीं था और किसी ने नवजात बच्चे को खुले में छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि संबंधित व्यक्ति को खोजकर सख्त से सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए। अस्पताल प्रबंधन ने लावारिश नवजात मिलने की जानकारी नौगांव थाने में दी जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है।
एक वर्ष में सामने आए आधा दर्जन से अधिक मामले
वर्ष 2023 की शुरुआत में ही लावारिश नवजात शिशु मिलने से लोगों का ध्यान पूर्व की घटनाओं की ओर गया। दरअसल पिछले वर्ष भी नगर में लगभग आधा दर्जन नवजात शिशु मिले थे जिनके दोषियों को आज तक पकड़ा नहीं जा सका है। वर्ष 2022 में 1 जनवरी, 20 फरवरी, 6 मई, 8 मई, 26 सितम्बर को नवजात शिशु मिलने की घटनाएं सामने आईं। इसके साथ ही 21 नवंबर को नौगांव थाना क्षेत्र के ग्राम दौरिया में भी एक नवजात शिशु मिला था।
इनका कहना
सुबह करीब 7 बजे स्टाफ से नवजात शिशु मिलने की सूचना मिली थी, डॉ. महेश दीक्षित से उपचार कराने के बाद शिशु को जिला अस्पताल भेजा गया है।
डॉ. रविन्द्र पटेल, बीएमओ, नौगांव