किस उम्र में कितना करना चाहिए इक्विटी में निवेश? सही प्लानिंग से लगाएंगे पैसा तो होगा ज्यादा लाभ

हाइलाइट्स
आजकल लोग एसआईपी यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में खूब पैसा लगा रहे हैं.
साथ ही निवेशक एसआईपी से अच्छा रिटर्न भी कमा रहे हैं.
शेयर मार्केट में आप नए निवेशक हैं तो आपके लिए लंबी अवधि का निवेश एक बेहतर विकल्प है.
नई दिल्ली. पिछले कुछ वर्षों में शेयर मार्केट को लेकर लोगों की धारणा काफ़ी बदली है. डिजिटलाइजेशन की वजह से प्रोसेस भी आसान हो गया है. यही कारण है कि शेयर मार्केट में निवेश करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है. साथ ही मार्केट में छोटे निवेशक भी बढ़े हैं. मौजूदा समय में एसआईपी यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के जरिए लोग भर-भर के पैसा लगा रहे हैं. निवेशकों को इससे रिटर्न भी अच्छा खासा मिल रहा है.
ज्यादातर लोग यही सोचते हैं कि शेयर मार्केट में पैसा लगाकर वे जल्दी अमीर बन सकते हैं. कहीं न कहीं यह सच भी है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि इनवेस्टमेंट सही प्लानिंग के साथ किया जाए. यहां हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि आपको इक्विटी में किस उम्र में कितना निवेश करना चाहिए.
20 से 30 की उम्र में कितना करें निवेश?
यह उम्र का वह पड़ाव होता है, जब ज्यादातर निवेशक शेयर मार्केट में निवेश की शुरुआत करते हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस उम्र में निवेशक 100 फीसदी इक्विटी में निवेश कर सकते हैं. हालांकि, शर्त यह है कि ये निवेश लंबी अवधि के लिए होना चाहिए. इक्विटी में लंबी अवधि के लिए निवेश करने वालों को सबसे ज्यादा रिटर्न मिलने का मौका रहता है. अगर शेयर मार्केट में आप नए निवेशक हैं तो आपके लिए लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न हासिल करने का खुला रास्ता है.
5-7 साल के अनुभव वाले निवेशकों के लिए
अगर आपकी उम्र 30 से 45 के बीच है और आपको शेयर मार्केट में निवेश करने का पिछले 5-7 सालों का अनुभव है तो आपको बेहतर रिटर्न के लिए अपने पोर्टफोलियो में कुछ बदलाव करने की जरूरत है. अगर इस समय आप केवल इक्विटी में निवेश कर रहे हैं तो आपको इसे 65-75 फीसदी तक कर देना चाहिए और बाकी निवेश डेट स्कीम्स में करना चाहिए. इसी तरह आप उम्र बढ़ने के साथ इक्विटी में निवेश घटा सकते हैं. इससे आपके पैसों पर जोखिम कम रहता है.
50 की उम्र के बाद कैसे शुरू करें
यह वह उम्र होती है जब सबको रिटायरमेंट की चिंता सताने लगती है. इसलिए निवेश करते समय सब लोग इस बात पर ध्यान देते हैं कि वह किसी ऐसी जगह पर पैसा लगाएं जिससे रिटायरमेंट के बाद उनकी वित्तीय जरूरतें पूरी हो सकें. इस उम्र में निवेशकों के पास जोखिम उठाने की क्षमता कम होती है. इसलिए आपको 65-75 फीसदी तक डेट म्यूचुअल फंड्स में और बाकी इक्विटी में निवेश करना चाहिए. इस प्लानिंग से निवेश करने पर आपको रिटायरमेंट कॉर्पस का 5-6 फीसदी सालाना इनकम के रूप मिल जाएगा. इससे आप अपने खर्च को आसानी से चला सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : June 29, 2023, 13:40 IST
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