इस बार श्रावण मास 60 दिनों का होगा, 10 सवांरियां निकलेगी | This time the month of Shravan will be of 60 days, 10 horsemen will come out.

उज्जैन11 मिनट पहले
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विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण मास के दौरान हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते है। इस बार श्रावण महीना 4 जुलाई से शुरू होगा। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा तैयारियां शुरू कर दी है। श्रावण महीने के प्रति सोमवार को भगवान महाकालेश्वर के पट रात ढाई बजे से खुलेंगे। इसके अलावा सामान्य दिनों में रात 3 बजे पट खोले जाएंगे। हालांकि इस बार श्रावण महीना 60 दिनों का रहेगा।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले हजारों यात्रियों को सुविधा पूर्वक दर्शन कराने के लिए मंदिर प्रबंध समिति ने तैयारी शुरू कर दी है। इस बार श्रावण महीना 4 जुलाई से शुरू हो रहा है। मंदिर समिति के सदस्य व अधिकारी श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था प्लान तैयार कर रहे है। श्रावण मास में भगवान महाकाल के गर्भगृह के पट जल्दी खोले जाते है। पुजारी व मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य पं. श्री राम शर्मा ने बताया कि मंदिर की परंपरा में सुबह भस्म आरती के पहले पट खोलने का समय सुबह 4 बजे का है। पूर्व के वर्षो में मंदिर समिति ने पंडे-पुजारी और अन्य सभी की सहमति से श्रावण मास में सोमवार को रात ढाई बजे और श्रावण महीने के सामान्य दिनों में रात 3 बजे से गभगृह के पट खोले जाते है। इसके पीछे कारण है कि श्रावण मास में महाकाल के दरबार में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। ऐसे में अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को दर्शन का लाभ मिल सके। पट खुलने से पूजन, भस्मी रमाने और आरती के लिए समय का निर्धारण है। उसी व्यवस्था के अनुसार सुबह 6 बजे भस्म आरती संपन्न होती है।
अधिक मास होने से 10 सवारियां निकलेगी-
इस बार श्रावण महीने में ही अधिक मास होने के कारण भगवान महाकालेश्वर की 10 सवारियां निकाली जाएगी। प्रति सोमवार को शाम चार बजे मंदिर के सभा मंडप में पूजन के उपरांत भगवान महाकाल पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेगें। इस बार अधिक सवारी होने के कारण मंदिर समिति तीन नए रथ का निर्माण भी दान दाताओं के माध्यम से तैयार करावा रही है। समिति ने रथ की डिजाईन भी दानदाता को उपलब्ध कराई है।
30 जून से हो सकता है गर्भगृह में प्रवेश बंद-
श्रावण महीने में श्री महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश बंद रहता है। इस बार श्रावण महीना 60 दिनों का रहेगा। लिहाजा गर्भगृह में प्रवेश बंद करने को लेकर अगले सप्ताह होने वाली श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति में निर्णय लिया जाएगा। वैसे गर्भगृह में प्रवेश बंद करने की प्रक्रिया 30 जून से ही प्रारंभ हो जाएगी। सूत्रों के अनुसार महाकाल लोक के कारण बढ़ती भीड़ को देखते हुए श्रावण के दो महीने गर्भगृह में प्रवेश बंद ही रखा जाएगा। समिति की बैठक में सामान्य दर्शनार्थियों के लिए दर्शन व्यवस्था भी तय की जाएगी। कारण है कि मौजूदा स्थिति में श्री महाकालेश्वर मंदिर में तेजी से निर्माण कार्य चल रहे है।
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