अजब गजब

सिर्फ इस छोटी-सी वजह से लाखों की नौकरी छोड़ी, नाम भी बदला और बनाई नई पहचान, खुद बताई अपनी कहानी

हाइलाइट्स

अमोघ लीला दास का असली नाम आशीष अरोरा है.
2010 में भगवान श्री कृष्ण के उपदेशों से प्रेरणा लेकर मिली.
अमोघ लीला दास खुद को भगवान श्री कृष्णा का पोस्टमैन बताते हैं.

Success Story: मोटिवेशनल स्पीकर और कृष्ण भक्त अमोघ लीला प्रभु हमेशा अपने आध्यात्मिक संदेश और उनसे जुड़े वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर सुर्खियों में रहते हैं. अध्यात्म और भक्ति को लेकर उनके वीडियो काफी पसंद किए जाते हैं. लेकिन क्या आपको पता है महज 40 वर्षीय अमोघ लीला प्रभु इंजीनियरिंग जॉब छोड़कर आखिर कैसे संत बन गए?

2010 में सांसरिक जीवन छोड़कर भक्ति की राह पकड़ी ली. अच्छी नौकरी और लग्जरी लाइफस्टाइल को छोड़कर उन्होंने कैसे भक्ति मार्ग को अपनाया, इसका पूरा किस्सा उन्होंने बताया है, जो बेहद खास है.

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क्या है अमोघ लीला प्रभु का असली नाम?
दिल्ली के द्वारका में स्थित इस्कॉन मंदिर के वाइस चेयरमैन, यूथ काउंसलर अमोघ लीला दास का असली नाम, आशीष अरोड़ा है, जो कभी सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे लेकिन जॉब छोड़कर संत बन गए. 2010 में भगवान श्री कृष्ण के उपदेशों से प्रेरणा लेकर आशीष अरोड़ा, अमोघ लीला दास बन गए और 13 वर्षों से सात्विक जीवन बीता रहे हैं.

क्यों छोड़ी इंजीनियर की नौकरी?
भक्ति मार्ग अपनाने से पहले अमोघ लीला दास यानी आशीष अरोरा एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे. अच्छा खासा प्रोफेशन और सैलरी को छोड़कर वे संत व ब्रह्मचारी क्यों बने? ये सवाल कई दर्शकों और उन्हें फॉलो करने वाले लोगों के मन में रहता है. इसका जवाब खुद अमोघ लीला दास ने एक इंटरव्यू में दिया.

अमोघ लीला दास ने बताया कि उन्होंने आज से 23 साल पहले यानी 2000 में भक्ति मार्ग को चुना था और 2010 में ब्रह्मचार्य को अपनाया. पहले मुझे लगता था कि मैं बहुत पैसा कमाऊंगा और गरीबों की मदद करूंगा, लेकिन मैंने जब भगवद्गीता पढ़ी तो यह समझ में आया कि लोग तन से ज्यादा मन से दुखी हैं. इसके बाद मैंने लोगों का मन बदलने का निर्णय लिया और संत बन गया.

अमोघ लीला दास खुद को भगवान श्री कृष्णा का पोस्टमैन बताते हैं और कहते हैं कि यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं गीता की शिक्षा लोगों तक पहुंचाता हूं. अमोघ लीला प्रभु भले ही 40 साल के हों लेकिन उनमें 20 साल के युवा जैसी फुर्ती देखने को मिलती है. इसका राज उनका सादगीपूर्ण जीवन और भोजन से जुड़े नियम हैं. उन्होंने कई अवसरों पर कहा कि वे रोजाना सुबह फल खाते हैं और सात्विक भोजन करते हैं.

Tags: Ayodhya Saint, Social media influencers, Social Media Viral, Success Story


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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