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WTC Final: कमिंस की दो नो बॉल और ऑस्ट्रेलिया को पड़ी दोहरी मार, रहाणे-ठाकुर दोनों बचे | WTC Final: Cummins made the same mistake twice and the Indian batsmen survived

WTC Final: कमिंस की नो बॉल के बाद रहाणे ने धमाकेदार पारी खेली। उन्होंने शार्दुल ठाकुर के साथ मिलकर शतकीय भागीदारी भी निभाई।

Cricket

oi-Naveen Sharma

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Ajinkya Rahane


WTC
Final:

वर्ल्ड
टेस्ट
चैम्पियनशिप
के
फाइनल
में
ऑस्ट्रेलिया
की
गेंदबाजी
अब
तक
शानदार
रही
है
लेकिन
कप्तान
पै
कमिंस
की
गेंदबाजी
में
नियंत्रण
कम
दिखा
है।
टीम
के
लिए
यह
नुकसान
का
सौदा
भी
साबित
हुआ
है।
दूसरे
दिन
और
तीसरे
दिन
के
खेल
में
कमिंस
ने
गलती
की।

दूसरे
दिन
के
खेल
के
दौरान
कमिंस
की
गेंद
पर
अजिंक्य
रहाणे
को
अम्पायर
ने
पगबाधा
आउट
दिया
था।
इसके
बाद
रिव्यू
में
सामने
आया
कि
कमिंस
का
पाँव
क्रीज
से
बाहर
था।
इस
तरह
नो
बॉल
पर
रहाणे
बच
गए।
इसके
बाद
तीसरे
दिन
के
खेल
में
भी
कुछ
वही
दिखा।

रहाणे
और
शार्दुल
ठाकुर
की
खतरनाक
जोड़ी
को
तोड़ने
के
लिए
कमिंस
गेंदबाजी
के
लिए
आए
और
पगबाधा
की
अपील
पर
ठाकुर
को
आउट
दिया
गया।
इसके
बाद
शार्दुल
ठाकुर
ने
रिव्यू
लिया
और
एक
बार
फिर
से
कमिंस
की
गलती
पकड़ी
गई।
इस
बार
भी
ओवरस्टेप
के
कारण
बल्लेबाज
को
नॉट
आउट
दिया
गया।

WTC Final: अजिंक्य रहाणे की दमदार वापसी, टेस्ट क्रिकेट में बनाया एक बड़ा रिकॉर्डWTC
Final:
अजिंक्य
रहाणे
की
दमदार
वापसी,
टेस्ट
क्रिकेट
में
बनाया
एक
बड़ा
रिकॉर्ड

कमिंस
ने
दो
बार
गलती
की
और
दोनों
हे
बार
बल्लेबाज
बच
गया।
शार्दुल
ठाकुर
के
मामले
में
अम्पायर्स
कॉल
था।
गेंद
विकेट
को
मामूली
छूकर
जा
रही
थी।
अगर
नो
बॉल
नहीं
होती,
तो
मैदानी
अम्पायर
के
फैसले
को
बरकरार
रखते
हुए
उनको
आउट
दिया
जाता।

रहाणे
के
मामले
में
नो
बॉल
का
भुगतान
ऑस्ट्रेलिया
ने
किया
है।
शुरुआती
चरण
में
ही
नो
बॉल
के
कारण
बचे
रहाणे
ने
तीसरे
दिन
लंच
तक
89
रनों
का
स्कोर
बना
डाला।
इस
तरह
कमिंस
की
नो
बॉल
काफी
भारी
पड़ी।
रहाणे
ने
टेस्ट
क्रिकेट
में
अपने
5000
रन
भी
पूरे
किये।

टीम
इंडिया
ने
तीसरे
दिन
के
खेल
में
आते
ही
छठा
विकेट
गंवा
दिया
था।
केएस
भरत
महज
5
के
निजी
स्कोर
पर
चलते
बने।
इसके
बाद
रहाणे
और
शार्दुल
ठाकुर
ने
मिलकर
सातवें
विकेट
के
लिए
शतकीय
भागीदारी
कर
दी।
दोनों
ने
मिलकर
ऑस्ट्रेलियाई
गेंदबाजों
की
धज्जियां
उड़ा
दी।

English summary

WTC Final: Cummins made the same mistake twice and the Indian batsmen survived


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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