Damoh News: कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए जीतू पटवारी, बोले- हमारी सरकार को भाजपा ने मिलकर लूट लिया – Damoh News: Jitu Patwari Attended The Worker’s Conference, Said- Bjp Together Looted Our Government

जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी शुक्रवार शाम दमोह में कांग्रेस के जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे, जहां उन्होंने पत्रकारवार्ता के दौरान भाजपा सरकार पर कांग्रेस की सरकार को लूटने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी थी, जो 2023 तक चलनी थी, लेकिन भाजपा ने हमारी सरकार लूट ली। उन्होंने कहा प्रदेश का एक प्राचीनतम इतिहास जिसमें विरोधियों का भी सम्मान होता है एक दूसरे के सम्मान की परंपरा है। पूर्व मंत्री ने कहा भाजपा सरकार के 20 साल हो चुके हैं और शिवराज सिंह के 18 उन्होंने कैसा प्रदेश बना दिया यह सब जानते हैं। चार लाख करोड़ रुपये का कर्ज मध्यप्रदेश सरकार पर है। बजट का 25 प्रतिशत कर्ज का ब्याज चुकाने में चला जाता है। सबसे बड़ा बेरोजगार प्रदेश मध्यप्रदेश है, जहां 48 प्रतिशत युवा जो 30 साल से कम के हैं रोजगार के लिए भटक रहे हैं। बड़े-बड़े ठेकेदारों को 50 प्रतिशत कमीशन लेकर करोड़ों के ठेके दिए जा रहे हैं।
पटवारी ने कहा कि जनभावना बन रही है कि शिवराज को जाना चाहिए और कमलनाथ को आना चाहिए। हमारी सरकार हर वर्ग को लाभ देगी। दमोह की चारों विधानसभाओं की जीत को लेकर उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने एक सर्वे कराया है, जिसमें मध्यप्रदेश में 150 से अधिक सीटें कांग्रेस जीतेगी। रही बात दमोह की तो मुझे पार्टी ने दमोह का प्रभारी बनाया है और मैं ये कह सकता हूं कि दमोह में अधिक सीटें आएंगी। बिकने वाले विधायकों को लेकर पटवारी ने कहा जो बिके वो हारे हैं। अब हम मजबूत लोग हैं जो कहीं नहीं जाएंगे। कांग्रेस में ज्यादा लोगों की दावेदारी के कारण माहौल बिगड़ता है। इस पर उन्होंने कहा कि यह बात सही है, लेकिन इस बार पार्टी योग्य व्यक्ति चुनेगी, लेकिन जिन्हें टिकट नहीं मिलेगी वह अयोग्य नहीं हैं, उन्हें भी समय आने पर विधायक के बराबर का सम्मान दिया जाएगा।
दमोह शहर के गंगा जमुना स्कूल में हिंदू छात्राओं को हिजाब पहनाने के मामले में जीतू पटवारी ने कहा कि निजी स्कूलों में ड्रेस कोड का कोई नियम नहीं बनाया गया है। इसमें पूरी गलती प्रदेश की भाजपा सरकार की है। उन्हें नियम बनाने थे ताकि यह स्थिति ही पैदा नहीं होती और रही बात इस मामले की तो सरकार जांच कर रही है यदि जबरदस्ती हुई है तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी होनी चाहिए।
Source link