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डीके शिवकुमार को सीएम बनवाने के लिए वोक्कालिगा संघ ने लगाया जोर, कहा- लिंगायतों के भी वही पसंद

हाइलाइट्स

आलाकमान ने विधायकों की राय ली तो सिद्धारमैया को मिल सकती है बढ़त
सिद्धारमैया को माना जाता है राहुल गांधी की पसंद का नेता
​कर्नाटक में कांग्रेस की जीत में डीके शिवकुमार की भी बड़ी भूमिका, कैमरों के सामने रो पड़े थे

हरीश उपाध्याय
बेंगलुरु.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में शानदार सफलता अर्जित करने के बाद भी कांग्रेस पसोपेश में है. पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया में से किसे मुख्यमंत्री बनाया जाए? इसे लेकर कांग्रेस में मंथन का दौर जारी है. इस बीच वोक्कालिगा समुदाय राज्य में अपने सबसे बड़े नेता डीके शिवकुमार को सीएम बनाए जाने पर जोर दे रहा है. सूत्रों के अनुसार, डीकेएस खेमा डिप्टी सीएम पद के लिए समझौता करने के मूड में नहीं है.

डीकेएस के लिए कांग्रेस पर दबाव बनाने के मकसद से आदिचुनचुनगिरी स्वामी और वोक्कालिगा संघ के सदस्यों सहित विभिन्न वोक्कालिगा संतों ने रविवार को एक महत्वपूर्ण बैठक की. वोक्कालिगा कृषि प्रधान हैं और कर्नाटक में लिंगायत के बाद इसे दूसरा सबसे प्रभावशाली समुदाय माना जाता है. डीके शिवकुमार खेमे के अनुसार, वोक्कालिगा संघ ने डीके शिवकुमार को सीएम के रूप में देखने की उम्मीद में 25 साल बाद सामूहिक रूप से कांग्रेस को वोट दिया है. पार्टी के पास 29 नवनिर्वाचित वोक्कालिगा विधायक हैं. डीकेएस समर्थकों का मानना है कि लिंगायत भी पूर्व सीएम सिद्धारमैया की तुलना में उन्हें पसंद करते हैं.

चुनावी जीत के बाद रो पड़े थे शिवकुमार
चुनाव से पहले राज्य भर में तूफानी प्रचार के बाद, जब परिणाम आए, तो शिवकुमार टेलीविजन कैमरों के सामने रो पड़े. उन्होंने कहा, ‘मैं पार्टी की जीत का श्रेय पार्टी कार्यकर्ताओं और सभी नेताओं को देता हूं. लोगों ने हम पर भरोसा जताया है और नेताओं ने हमारा समर्थन किया है. यह एक सामूहिक नेतृत्व है और हमने संयुक्त रूप से काम किया है.

डीकेएस ने उम्मीदवारों को भी दिया आर्थिक सहयोग
उन्होंने कहा, ‘मैंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से कहा था कि हम कर्नाटक में जीतेंगे. डीकेएस ने इस चुनाव में कई उम्मीदवारों को आर्थिक मदद की और भारतीय जनता पार्टी की ताकत का मुकाबला करने में सहयोग किया. उनके खेमे का दावा है कि सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी डीकेएस की वफादारी और बलिदान को पहचानेंगी, जबकि राहुल गांधी सिद्धारमैया का समर्थन कर सकते हैं.

वहीं इस खेमे के लोगों को ये भी लगता है कि अगर आलाकमान विधायकों की व्यक्तिगत राय लेता है, तो सिद्धारमैया को बढ़त मिल सकती है.

Tags: Assembly elections, DK Shivakumar, Karnataka Assembly Elections 2023, Karnataka Congress, Siddaramaiah


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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