नियमितीकरण और वेतन बढ़ाने के लिए मैदान में आयीं आशा, ऊषा कार्यकर्ता, धरना प्रदर्शन के बाद सौंपा गया ज्ञापन

प्रदर्शन में पहुंचे कांग्रेस विधायक, भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा जल्द पूरी कराएंगे मांगे

छतरपुर। चुनावी वर्ष होने के कारण विभिन्न विभागों के सरकारी कर्मचारी अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए लगातार इस वर्ष धरने, प्रदर्शन में जुट गए हैं। शुक्रवार को ऐसा ही एक प्रदेशव्यापी प्रदर्शन आशा और ऊषा पर्यवेक्षक महिला संगठन के बैनर तले किया गया। छतरपुर जिले में इस संगठन की जिलाध्यक्ष हीरादेवी सिंह चंदेल के नेतृत्व में प्रदर्शन करते हुए इन महिला कार्यकर्ताओं ने सरकार से अपनी दो सूत्रीय मांगों नियमितीकरण एवं वेतन बढ़ाने को लेकर जमकर हंगामा किया। सबसे पहले इन महिला कार्यकर्ताओं ने मोटे के महावीर मंदिर परिसर में एकजुट होकर सभा का आयोजन किया। यहां हीरादेवी सिंह चंदेल सहित संगठन की अन्य पदाधिकारियों ने महिलाओं को अपनी शक्ति को जानने और सरकार पर दवाब बनाने के लिए आह्वान किया। इस प्रदर्शन के दौरान छतरपुर के कांग्रेस विधायक आलोक चतुर्वेदी भी यहां पहुंचे। श्री चतुर्वेदी ने महिलाओं को बताया कि वे उनकी मांगों के साथ खड़े हैं। मांगों को पूरा कराने के लिए पूर्व में विधानसभा प्रश्न भी लगा चुके हैं जल्द ही प्रदेश में यदि कांग्रेस की सरकार बनती है तो इन महिलाओं की जायज मांगों को पूरा कराएंगे। इस सभा के बाद उक्त महिलाएं रैली के रूप में छत्रसाल चौक पहुंची जहां भाजपा जिलाध्यक्ष मलखान सिंह इन महिलाओं को मिल गए। भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि बहिनों की मांग को पूरा कराने के लिए जल्द ही एक प्रतिनिधि मण्डल के साथ मुख्यमंत्री से मिलेंगे। इनकी मांगें पूरी कराई जाएंगी। हीरादेवी सिंह चंदेल ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को 10 हजार रूपए एवं महंगाई भत्ता व आशा पर्यवेक्षक को 15 हजार रूपए व महंगाई भत्ता के साथ आशा, ऊषा कार्यकर्ताओं को नियमित किया जाए। सरकार यदि हमें नियमित नहीं करेगी तो उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।