Success Story: दूध बेचने वाले शख्स को मिली सरकारी नौकरी, 6 बार प्रतियोगी परीक्षाओं में फेल पर नहीं मानी हार

कृष्ण कुमार/नागौर. नागौर के एक शख्स ने छह सालों की कड़ी मेहनत के बाद अपने लक्ष्य को हासिल किया है. खास बात ये है कि इस दौरान उन्हें पैसों की तंगी से भी जूझना पड़ा. दरअसल नागौर के अठियासन गांव के रहने वाले शेखर झींझा ने घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण पढ़ाई बीच में छोड़ दी और दूध बेचने का भी काम किया. लेकिन 2016 में छोटे भाई के कहने पर फिर से पढ़ाई शुरू कि और अब स्कूल टीचर के पद पर चयनित हुए हैं.
शेखर के परिवार की आर्थिक हालात कभी अच्छे नहीं रहे. लिहाजा शेखर को पढ़ाने के लिए स्कूल फीस दे नहीं पाते थे. इसलिए शेखर की कक्षा 10 तक की पढ़ाई गांव में ही हुई. उसके बाद शेखर के पिता द्वारा जैसे-तैसे करके शेखर को आगे के पढ़ाई के लिए नागौर में प्रवेश दिलवाया. शेखर ने 11वीं और 12वीं कक्षा साइंस और मैथ से पास की. स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद शेखर ने आगे की पढ़ाई करने के लिए दूध बेचने का काम भी किया. दूध बेचने के अलावा अन्य कार्य भी किए. ताकि अपनी बीएड की पढ़ाई कर सके.
कई बार हुए फेल लेकिन नहीं मानी हार
शेखर ने बताया कहा, ‘पढ़ाई से नाता टूटने के बाद मैंने उम्मीद छोड़ दी थी. लेकिन भाई ने फिर पढ़ाई आरंभ करने के लिए प्रेरित किया. इसके बाद पढ़ाई करना शुरू किया. मैंने स्कूल टीचर लगने से पहले 6 कॉम्पिटिशन एग्जाम दिए लेकिन एक में भी सफलता नहीं मिली. बार-बार एग्जाम देने पर भी सफलता नहीं मिलने के कारण हताश हो गया. उस समय मेरे भाई व मेरे दोस्त तिलोक खिलेरी के लगातार मॉटिवेशन के कारण पढ़ाई करता गया. जिसके बाद आज मेरा सलेक्शन राजनीति विज्ञान में स्कूल टीचर के पद पर हुआ है’.
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FIRST PUBLISHED : May 08, 2023, 14:48 IST
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