Sudan Conflict: सूडान में भारत का ‘ऑपरेशन कावेरी’ जारी, नागरिकों की वतन वापसी को पोर्ट पहुंचा तीसरा नौसेना जहाज

हाइलाइट्स
भारत सरकार ने पोर्ट सूडान और जेद्दाह में बनाया है कंट्रोल रूम
भारतीयों के रेस्क्यू ऑपरेशन के चलते विदेश राज्य मंत्री जेद्दाह में हैं
दूसरे देशों के लगातार संपर्क में है भारत, उनकी मदद को भी तैयार
नई दिल्ली. सूडान (Sudan Conflict) में छिड़ा गृह युद्ध अभी थमता नजर नहीं आ रहा है. सीज फायर का भी खूब उल्लंघन किया जा रहा है. हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry) संकट में फंसे भारतीय नागरिकों (Indian Citizens) को निकालने का काम लगातार कर रहा है. भारत सरकार लगातार सऊदी सरकार के संपर्क में है. इसके साथ ही दूसरे संबंधित देशों से भी लगातार संपर्क बनाए हुए है. सभी के साथ बेहतर तालमेल करके भारतीय नागरिकों को संकटग्रस्त क्षेत्रों से निकालकर सुरक्षित जोन में पहुंचाने का काम किया जा रहा है.
सऊदी सरकार (Saudi Government) से बहुत अच्छा सहयोग मिल रहा है. विदेश मंत्रालय का मानना है कि अब तक 1700 से 2000 भारतीय नागरिकों को सूडान के संघर्ष वाले क्षेत्र से निकालकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जा चुका है.
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को जानकारी दी कि करीब 4500 लोगों को बाहर निकालने का काम किया जा रहा है. इस पर लगातार काम चल रहा है. भारत के करीबी मित्र देशों के साथ लगातार संपर्क बनाया जा रहा है. उनकी मदद से सभी संकटग्रस्त लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का काम हो रहा है. करीब 2,000 लोगों को संघर्ष वाले क्षेत्र से बाहर सुरक्षित निकाला जा चुका है.
विदेश सचिव ने बताया कि पोर्ट सूडान पर अभी 320 नागरिक मौजूद हैं. वहीं, 42 भारतीय साउथ सूडान पहुंच गए हैं. उन्होंने यह बात भी जोर शोर से की कि हम किसी भी देश की मदद करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हम दोनों गुटों के साथ संपर्क में हैं. भारत सरकार की प्राथमिकता अपने नागरिकों को सेफ्टी जोन में पहुंचाना है.
विदेश सचिव का कहना है कि भारत सरकार सूडान के हालात को लगातार मॉनिटर कर रही है. कई बार सीजफायर किया गया लेकिन उसका उल्लंघन भी कर रहे हैं. जमीनी स्तर पर हालात चिंताजनक हैं. लेकिन भारत सरकार ने ऑपरेशन कावेरी के तहत संकट में फंसे लोगों को निकालने का काम किया जा रहा है. विदेश सचिव का कहना है कि सूडान में करीब 3,500 भारतीय हैं और करीब 1000 भारतीय मूल के व्यक्ति (PIOs) हैं. सरकार की ओर से इस पूरे घटनाक्रम को लेकर समय-समय पर कई एडवाइजरी भी जारी की गई हैं.
विदेश सचिव का कहना है कि 3,000 भारतीयों ने ऑनलाइन संपर्क किया तो 400 लोगों ने दूतावास जाकर भी संपर्क साधा है. विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में 24X7 कंट्रोल रूम भी स्थापित किया हुआ है. विदेश मंत्री ने बाकी देशों के विदेश मंत्रियों से भी बातचीत की है जिनके लोग सूडान में फंसे हैं. जेद्दाह में दो C-130 विमान तैनात हैं. पोर्ट सूडान और जेद्दाह में कंट्रोल रूम बनाया गया है.
नौसेना का जहाज INS सुमेधा पोर्ट सूडान से 300 भारतीय को लेकर जेद्दाह पहुंचा और फिर वापस पोर्ट सूडान पहुंचा. INS तेग और INS तरकश भी पोर्ट सूडान पहुंचे. हमारे लिए बस और डीज़ल सबसे बड़ी चुनौती हैं, जिसे हम पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं. विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन जेद्दाह में हैं. भारतीय विदेश मंत्रालय के सभी सदस्य और उनके परिवार वाले सुरक्षित हैं.
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Tags: MEA, Ministry of External Affairs, Sudan conflict, World news in hindi
FIRST PUBLISHED : April 27, 2023, 13:25 IST
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