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पुत‍िन ने तोड़ा भरोसा, भारत के जानी दुश्मन के साथ गुपचुप कर ली ये डील, अब बॉर्डर पर…

भरोसेमंद दोस्‍त ही दे रहा दगा…ज‍िस रूस पर हम इतना भरोसा करते थे, जिस पुत‍िन की दोस्‍ती पर हमें नाज था, अब पता चल रहा है क‍ि उसने भारत के जानी दुश्मन के साथ गुपचुप एक डील कर ली है. जी हां, रूस ने पाक‍िस्‍तान को सुपरकैम ड्रोन बेचे हैं. इन्‍हीं ड्रोन से वो भारत के सीमाई इलाकों में तस्‍करी कर रहा है. सुपरकैम ड्रोन इतने खतरनाक हैं क‍ि इन्‍हें जासूसी के ल‍िए भी इस्‍तेमाल क‍िया जा सकता है. इनसे घातक हथ‍ियार ग‍िराए जा सकते हैं.

पाक‍िस्‍तान को सुपरकैम ड्रोन देने का खुलासा खुद ड्रोन बनाने वाली कंपनी अनमैन्ड सिस्टम्स ग्रुप ने क‍िया. आर्मी-2024 इंटरनेशनल मिलिट्री-टेक्निकल फोरम में कंपनी ने बताया क‍ि सिर्फ पाक‍िस्‍तान को ही नहीं, बल्‍क‍ि नाइजीरिया, अंगोला, बेलारूस, कजाकिस्तान और उजबेकिस्तान को भी सुपरकैम S250 ड्रोन बेचे गए हैं. वहां इनका इस्‍तेमाल कमांड, स्‍टाफ ट्रेनिंग, बॉर्डर एर‍िया में न‍िगरानी और सैन्‍य गत‍िव‍िध‍ियों में क‍िया जा रहा है.

रूस क्‍यों कठघरे में
रूस हो या कोई भी मुल्‍क तब तक क‍िसी दूसरे देश को कोई सामान नहीं दे सकता, जब तक कि उस देश की सरकार इजाजत न दे. इस मामले में ऐसा लग रहा है क‍ि पुत‍िन की सरकार ने पाक‍िस्‍तान को सुपरकैम एस250 ड्रोन बेचने की इजाजत दी है. च‍िंंता इसल‍िए ज्‍यादा है, क्‍योंक‍ि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा क‍िया गया है क‍ि पाक‍िस्‍तान इस अत्‍याधुन‍िक ड्रोन का इस्‍तेमाल इंडियन बॉर्डर पर कर रहा है. इसी के जर‍िये स्‍मगल‍िंंग की जा रही है. रूस पर सवाल इसल‍िए भी हैं, क्‍योंक‍ि बीते कुछ वर्षों से पाक‍िस्‍तानी सेना के साथ उनकी नजदीक‍ियां बढ़ी हैं. यहां तक क‍ि जब पीएम मोदी पाक‍िस्‍तान गए थे, तब भी एक फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी, जिसमें रूसी सेना के अध‍िकारी पाक‍िस्‍तानी सैन्‍य अफसरों के साथ बैठक करते नजर आए थे.

सुपरकैम की खास‍ियत भी जान लीजिए
कंपनी ने बताया क‍ि सुपरकैम S250 ड्रोन को खास तौर पर पेलोड ले जाने के ल‍िए तैयार क‍िया गया है. इसमें एडवांस ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक सिस्टम लगा हुआ है. कंप्यूटर विजन डिवाइस, ऑटोमैटिक ट्रैकिंग और टारगेटिंग मैकेन‍िज्‍म से यह लैस है. यह क‍िसी भी मौसम में तीन घंटे तक उड़ान भर सकता है. हाई क्‍वाल‍िटी वीडियो कैप्‍चर कर सकता है. उन्‍हें भेज सकता है. जासूसी, बॉर्डर पर निगरानी, मैप बनाने और क‍िसी भी तरह की गत‍िव‍िधियों पर नजर रखने के ल‍िए इसका इस्‍तेमाल क‍िया जा सकता है. यही वजह है क‍ि इसकी डिमांड काफी ज्‍यादा है. कंपनी के मुताबिक, बीते तीन वर्षों में इसकी डिमांड 10 गुना बढ़ गई है.

Tags: India Russia defence deal, Pakistan army, Russia News


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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