अजब गजब

करोड़ों रुपये कमाती है ये ‘जिद्दी’ लड़की, 1988 में गुड़गांव में हुआ जन्म, पति से रिश्ते को लेकर लगे आरोप

हाइलाइट्स

वे पिछले एक दशक से भी ज्‍यादा समय से जोमैटो में हैं.
2021 में उन्‍हें प्रमोट करके को-फाउंडर बनाया गया.
आकृति का जन्‍म हरियाणा के गुरुग्राम में हुआ.

Akriti Chopra Success Story : बतौर चार्टेड अकाउंटेट करियर शुरू करने वाली जोमैटो (Zomato) की को-फाउंडर आकृति चोपड़ा की जर्नी काफी रोचक रही है. एक जमी-जमाई नौकरी छोड़कर जब उन्‍होंने फूड स्‍टार्टअप जोमैटो के साथ जाने का फैसला किया, तो उनके इस निर्णय का विरोध उनके माता-पिता ने ही किया था. लेकिन, उन्‍होंने अपने अभिभावकों को कुछ बड़ा कर दिखाने का आश्‍वासन देकर मना लिया. उन्‍होंने अपने पेरेंट्स जो वादा किया था, उसे पूरा कर दिया. आज जोमैटो में वे सबसे ज्‍यादा वेतन पाने वाले कर्मचारियों में शामिल हैं. आकृति इस बात की मिसाल है कि अगर मेहनत और जोश से कोई काम किया जाए तो, सफलता आपके कदम जरूर चूमेगी.

आकृति चोपड़ा ने जोमैटो में 2011 में सीनियर मैनेजर के रूप में शामिल हुई थी. जोमैटो ज्‍वाइन करने से पहले आकृति पीडब्‍ल्‍यूसी (PWC) में आर्टिक्‍लेड असिस्‍टेंट थी. वे पिछले एक दशक से भी ज्‍यादा समय से जोमैटो में हैं. इस अवधि में उन्‍होंने कंपनी में कई तरह की भूमिकाएं निभाई हैं. 2021 में उन्‍हें प्रमोट करके को-फाउंडर बनाया गया. इससे पहले वे वाइस प्रेसीडेंट, फाइनेंस के रूप में काम कर रही थी.

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ESOPs की कीमत 149 करोड़ रुपये
आकृति को जोमैटो में मोटा पैकेज मिलता है. साल 2021 में उनकी सैलरी (Akriti Chopra Salary) 1.63 करोड़ रुपये थी. 2021 में जब जोमैटो का आईपीओ आया तक, उनको मिले ESOPs (Employee Stock Ownership Plan) का मूल्‍य करीब 149 करोड़ था. आकृति चोपड़ा का जन्‍म 1988 में गुरुग्राम में हुआ था. उन्‍होंने दिल्‍ली के आरके पुरम के डीपीएस स्‍कूल से आरंभिक शिक्षा ली और फिर श्रीराम कॉलेज फॉर वूमैन से ग्रेजुएशन की.

अलबिंदर ढींडसा से की है शादी
आकृति चोपड़ा की शादी ब्लिंकिट (Blinkit) के को-फाउंडर अलबिंदर ढींडसा के साथ हुई है. Zomato ने जून में 57 करोड़ डॉलर की एक डील में क्विक कॉमर्स कंपनी ब्लिंकिट (Blinkit) के अधिग्रहण का ऐलान किया था. हालांकि तब शेयरधारकों के एक तबके ने इस बात पर नाराजगी जताई थी कि जोमैटो ने अधिग्रहण के समय आकृति चोपड़ा और अलबिंदर के रिश्‍ते को लेकर उन्‍हें अंधेरे में रखा. इस विवाद पर Zomato के सीईओ दीपिंदर गोयल ने कहा था कि अलबिंदर और आकृति के बीच संबंध सार्वजनिक है और यह पहले से सबको मालूम है. इसमें छिपाने के लिए कुछ नहीं था. बोर्ड को इसके बारे में पता था.

Tags: Business news in hindi, Success Story, Successful business leaders, Successful businesswoman, Womens Success Story, Zomato


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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