Chardham Yatra 2023: चारधाम यात्रा के दौरान इस बार तीर्थयात्रियों को मिलेंगी AIIMS टेलीमेडिसिन सहित ये सारी सुविधाएं

Chardham Yatra 2023: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की तैयारियां जोरों पर है. ऐसे में चारधाम यात्रा के लिए जाने वाले तीर्थयात्रियों (Pilgrims) को इस बार टेलीमेडिसिन की सुविधा (Telemedicine Facility) मिलने जा रही है. एम्स ऋषिकेश (AIIMS, Rishikesh) तीर्थयात्रियों को हाइ एंबुलेंस की सुविधा शुरू करने जा रही है. पिछले दिनों एम्स दिल्ली (AIIMS, Delhi) में आयोजित कार्यशाला में इस बात की जानकारी दी गई है. आपको बता दें कि चारधाम यात्रा के दौरान इस साल सभी तीर्थयात्रियों का पंजीकरण कराना अनिवार्य हो गया है. इसके साथ ही अन्य जानकारियां भी मांगी गई हैं. खासकर 55 साल से अधिक के तीर्थयात्रियों को उनके पुरानी बीमारियों के बारे में बताना इस बार अनिवार्य कर दिया गया है.
चारधाम यात्रा के दौरान उत्तराखंड के यात्रा मार्गों से जुड़े चार जिलों उत्तरकाशी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग और चमोली में हेल्थ एटीएम लगाए जा रहे हैं. तीर्थयात्री महज एक मिनट में ही इस मशीन के माध्यम से अपनी स्वास्थ्य जांच को कर सकेंगे और उसकी रिपोर्ट भी तुरंत पा सकेंगे. एम्स दिल्ली में पिछले दिनों एक कार्यशाला आयोजित की गई थी. इस कार्यशाला में ऊंचाई पर जाने के दौरान शरीर पर होने वाले प्रभाव और दुष्प्रभाव पर चर्चा हुई, जिसमें कई सुझाव दिए गए. जैसे, तीर्थयात्रियों को हड्डी टूटने से कैसे बचाया जाए और उनको समय पर इलाज कैसे मुहैया कराया जाए.
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Chardham Yatra: एम्स ऋषिकेश तीर्थयात्रियों को हाइ एंबुलेंस की सुविधा शुरू करने जा रही है.
चारधाम यात्रा के लिए शुरू होगी टेलीमेडिसिन सेवा
आपको बता दें कि चारधाम यात्रा के दौरान सांस संबंधी, कार्डियक, ट्रॉमा, पेट, न्यूरो सहित ऊंचाई संबंधी बीमारी के मरीजों को ज्यादा परेशानी होती है. इन मरीजों को ऊंचाई पर जाने पर सबसे ज्यादा जोखिम होने का खतरा होता है. ऐसे में एम्स ऋषिकेश इस बार ऐसे यात्रियों की स्वास्थ्य जानकारी पहले हासिल कर यात्रा के दौरान आने वाली दिक्कतों से पहले ही पार पाना चाहती है.इसी लिए इस बार पूरी यात्रा के दौरान टेलीमेडिसिन की सुविधा यात्री किसी भी समय ले सकते हैं.
चारधाम यात्रा के दौरान ऐसे काम करेगा टेलीमेडिसिन
बता दें कि पहाड़ी या दुर्गम स्थानों पर जहां मेडिकल सेवा तुरंत मुहैया नहीं हो सकती है, वहां मरीजों को डॉक्टर वीडियो कॉल या फोन कॉल के माध्यम से परामर्श देते हैं. कोरोना काल में टेलीमेडिशिन काफी असरदार रहा था. मरीजों को जरूरी दवाओं के अलावा उनके बीमारी से संबंधित चुनौती और उस क्षेत्र में मिलने वाली जड़ी-बूटी का सेवन करने की सलाह दी जाती है.

चारधाम यात्रा के दौरान गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों, फेफड़ों और दिल के मरीजों को ऊंचाई पर जाने पर अधिक खतरा रहता है. (सांकेतिक तस्वीर)
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इस बार चारधाम यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल से शुरू होगी. केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को और बद्रीनाथ के कपाट 27 अप्रैल को खुलेंगे. इस दौरान गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों, फेफड़ों और दिल के मरीजों को ऊंचाई पर जाने पर अधिक खतरा रहेगा. ऐसे में यात्रा पर जाने से पहले स्वास्थ्य जांच अवश्य कराएं.
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FIRST PUBLISHED : April 20, 2023, 16:55 IST
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