छतरपुर। जिले में स्मार्ट मीटर की स्थापना के बाद उपभोक्ताओं में असंतोष और आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उपभोक्ता लगातार स्मार्ट मीटर से आने वाले अत्यधिक बिलों और स्वचालित बिजली कटौती की शिकायत कर रहे हैं। उनका कहना है कि स्मार्ट मीटर के बिल उनके बजट से कई गुना ज्यादा आ रहे हैं और भुगतान में मामूली देरी पर बिजली कटौती की कार्रवाई हो रही है। लोगों ने प्रशासन और बिजली विभाग से तत्काल समाधान की मांग की है, साथ ही विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
लवकुशनगर निवासी लकी गुप्ता ने बताया कि स्मार्ट मीटर का बिल अगर 2000 रुपये से कम आता है, तो भी अपने आप बिजली काट दी जाती है। यह तरीका बिल्कुल ठीक नहीं है। गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए यह व्यवस्था परेशानी का सबब बन गई है। उन्होंने बताया कि स्मार्ट मीटर की रीडिंग और बिलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी है, जिसके कारण उपभोक्ताओं को अनावश्यक परेशानी झेलनी पड़ रही है।
इसी तरह छतरपुर निवासी शिवकुमार ने बताया कि स्मार्ट मीटर के बाद उनके बिजली बिल उनकी मासिक आमदनी के बराबर आ रहे हैं। उन्होंने कहा, अगर एक दिन भी बिल भुगतान में देरी हो जाए, तो तुरंत लाइट काट दी जाती है। यह बहुत बड़ी परेशानी है। हमारी कमाई का बड़ा हिस्सा अब बिजली बिल में चला जाता है। शिवकुमार ने बिजली विभाग से स्मार्ट मीटर की तकनीकी खामियों की जांच और बिलिंग प्रक्रिया में सुधार की मांग की। छत्रसाल नगर निवासी शिवम राजा बुंदेला ने भी स्मार्ट मीटर को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, स्मार्ट मीटर में बिल बहुत अधिक आ रहा है, जो हमारी सबसे बड़ी परेशानी बन गया है। पहले पुराने मीटर में बिल सामान्य आता था, लेकिन अब बजट से कई गुना ज्यादा बिल चुकाना पड़ रहा है। उन्होंने स्मार्ट मीटर की रीडिंग की सटीकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि तकनीकी खामियों के कारण उपभोक्ताओं को अनुचित बिल थोपे जा रहे हैं।
सिर्फ छतरपुर तक सीमित नहीं विरोध
स्मार्ट मीटर के खिलाफ बढ़ता असंतोष केवल छतरपुर तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे जिले में यही हाल है। स्मार्ट मीटर की स्थापना के बाद बिलों में 10 से 30 प्रतिशत तक की वृद्धि की शिकायतें सामने आई हैं। उपभोक्ताओं में रोष लगातार बढ़ रहा है। लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर की रीडिंग और बिलिंग प्रक्रिया की पारदर्शी जांच की जाए, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके। उपभोक्ताओं ने प्रशासन और बिजली विभाग से अपील की है कि स्मार्ट मीटर की तकनीकी खामियों को दूर किया जाए और बिलिंग में राहत दी जाए। साथ ही, उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी शिकायतों का जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस मामले में बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्मार्ट मीटर बिजली चोरी रोकने और बिलिंग में पारदर्शिता लाने के लिए लगाए गए हैं। उपभोक्ताओं की शिकायतों पर भी विचार किया जाएगा।

