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पिकअप ड्राइवर की मारपीट के बाद मौत: परिजनों ने थाने के सामने हाईवे जाम किया; लाठी चार्ज की चेतावनी पर हटे

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छतरपुर। एक पिकअप चालक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला मंगलवार को सामने आया है। बताया गया है कि मृतक का सोमवार की शाम को जिले के मातगुवां कस्बे में एक गुमटी संचालक से विवाद हुआ, जिसमें मारपीट भी हुई थी। इसके कुछ देर बाद उसके सीने में तेज दर्द उठा और अस्पताल पहुंचने से पहले उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों का दावा है कि गुमटी संचालक द्वारा मारपीट किए जाने के कारण मौत हुई और यह हत्या का मामला है, जबकि पुलिस का कहना है कि मृतक ने मौत से पहले ब्लड प्रेशर की दवा का सेवन किया था जिस कारण से मौत के कारण स्पष्ट नहीं है।
यह है मामला
छतरपुर के सटई रोड पर स्थित श्रीराम कॉलोनी निवासी प्रमोद राठौर ने बताया कि उसका 20 वर्षीय भाई विनोद राठौर पिकअप चलाता था। सोमवार को वह छतरपुर से खंडवा जाने के लिए अपने सहयोगी अंशुल राठौर के साथ रवाना हुआ था। मातगुवां में सड़क किनारे मौजूद गुमटी पर वह रुक रहा था तभी गुमटी को पिकअप की टक्कर लग गई। इसी बात को लेकर गुमटी संचालक और विनोद के बीच कहा-सुनी हुई, जिसके बाद तैश में आकर गुमटी संचालक ने विनोद को लोहे की रॉड से पीट दिया। विवाद शांत होने के बाद विनोद पिकअप लेकर छतरपुर की ओर आ रहा था तभी ग्राम चौका के पास अचानक उसके सीने में तेज दर्द उठा। विनोद का साथी अंशुल उसे पिकअप से जिला अस्पताल लेकर आया लेकिन तब तक विनोद की मौत हो चुकी थी। अंशुल ने विनोद के परिजनों को भी सूचना दी, जिसके बाद वे भी जिला अस्पताल पहुंचे। जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने जांच के बाद विनोद को मृत घोषित कर दिया। प्रमोद का आरोप है कि मातगुवां में गुमटी संचालक द्वारा की गई मारपीट के कारण ही विनोद की मौत हुई है, गुमटी संचालक पर हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई की जानी चाहिए।
पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने मातगुवां में किया प्रदर्शन

दोपहर में मृतक प्रमोद का पोस्टमार्टम किए जाने के बाद परिजन उसका शव लेकर मातगुवां पहुंचे, जहां थाने के सामने सागर-कानपुर हाईवे पर शव रखकर उनके द्वारा करीब दो घंटे तक प्रदर्शन किया गया। परिजनों की मांग थी कि मृतक के साथ मारपीट करने वाले हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर उस पर सख्त कार्रवाई की जाए। प्रदर्शन की खबर मिलते ही छतरपुर सीएसपी अरुण कुमार सोनी, बिजावर एसडीओपी और मातगुवां थाने का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। काफी देर तक समझाइश दिए जाने के बाद लाठी चार्ज की चेतावनी पर परिजन सड़क से हट गए।

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