छतरपुर। जिले में सड़कों पर आवारा मवेशियों का बैठना गंभीर समस्या बना हुआ, और आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। इसीके मद्देनजर कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने पिछले दिनों मवेशियों को गौशालाओं में शिफ्ट करने का आदेश पारित किया था, लेकिन नगर पालिका स्तर से लेकर ग्रामीण स्तर तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
छतरपुर निवासी प्रशांत भदौरिया ने बताया कि शहर में लगातार मवेशी बढ़ रहे हैं, जो आए दिन सड़कों पर लड़ते भी हैं। लगातार घटनाएं हो रही हैं, लेकिन कलेक्टर के आदेश का पालन नहीं हो पा रहा, जो चिंता का विषय है। इसी तरह रामकुमार अवस्थी ने बताया कि आवारा मवेशी हर मार्ग पर बैठ रहे हैं, जिससे शहर और हाईवे पर हादसे हो रहे हैं। कलेक्टर का आदेश हवा में है, न नगर पालिका, न ग्रामीण स्तर पर कोई कवायद हुई। एक वाहन चालक खिलाड़ी विश्वकर्मा ने अपनी आपबीती साझा करते हुए कहा कि मवेशियों को गौशाला भेज दिया जाए तो बहुत राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि वे खुद एक हादसे का शिकार हो चुके हैं। हर रोज कई वाहन मवेशियों के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। कलेक्टर ने सख्त निर्देश जारी किए हैं, इसके बावजूद सड़कों पर मवेशियों का जमावड़ा बना हुआ है, और प्रशासन की उदासीनता से लोग नाराज हैं।

