नौगांव। नगर में तहसील स्तर पर पहली बार आयोजित जनसुनवाई में कलेक्टर ने ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। इस अनूठी पहल के तहत राजस्व, पुलिस और अतिक्रमण से जुड़े मामलों पर विशेष ध्यान दिया गया, जबकि जनसुनवाई के बाद वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कलेक्टर पार्थ जैसवाल द्वारा हर मंगलवार को जिले की अलग-अलग तहसीलों में की जा रही जनसुनवाई की पहल के तहत नौगांव के कृषि विज्ञान केंद्र हॉल में तहसील स्तरीय जनसुनवाई आयोजित की गई। उनके साथ जिला पंचायत सीईओ तपस्या सिंह परिहार, जिला शिक्षा अधिकारी आरपी प्रजापति, नौगांव एसडीएम बृजभान पटेल, तहसीलदार पीयूष दीक्षित, नौगांव सीएमओ आरएस अस्वास्थी, नौगांव एसडीओपी अमित मेश्राम सहित अन्य विभागों के अधिकारी और तहसील स्तर के कर्मचारी मौजूद रहे। जनसुनवाई दोपहर 12 बजे शुरू हुई और लगभग 2 बजे तक चली, जिसमें आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में पहुंचे। कुल 185 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें सबसे अधिक राजस्व से संबंधित मामले थे, इसके अलावा कुछ पुलिस और अतिक्रमण से जुड़े मामले भी सामने आए। ग्राम लहादरा के दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने गोचर जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत दोहराई, आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली जनसुनवाई में तहसीलदार को आवेदन देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। कलेक्टर ने तहसीलदार को तत्काल जांच और कार्रवाई का आदेश दिया। जनसुनवाई के बाद कलेक्टर और अधिकारियों ने कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में वृक्षारोपण कर पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश दिया।
पूर्व विधायक ने सौंपा जनसमस्याओं का ज्ञापन
तहसील स्तरीय जनसुनवाई के दौरान महाराजपुर के पूर्व कांग्रेसी विधायक नीरज दीक्षित ने भी कलेक्टर को जनसमस्याओं पर आधारित सात बिंदुओं का ज्ञापन सौंपा। उक्त ज्ञापन में पूर्व विधायक श्री दीक्षित ने पिछले दिनों हुई अत्यधिक बारिश से किसानों को हुए व्यापक नुकसान का सर्वे कराने, स्मार्ट मीटर के कारण हो रही समस्याओं का समाधान कराए जाने, जनपद में भारी भ्रष्टाचार किए जाने जैसे मुद्दे उठाकर कलेक्टर को विस्तृत जानकारी दी। कलेक्टर ने उनका ज्ञापन स्वीकार कर निराकरण करने का आश्वासन दिया।

