बकस्वाहा। बारिश का मौसम बकस्वाहा के खेल ग्राउंड स्थित रमसा छात्रावास में रह रही छात्राओं के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है। छात्रावास से स्कूल तक पहुँचने वाला लगभग आधा किलोमीटर लंबा कच्चा रास्ता इन दिनों दलदल में तब्दील हो चुका है। छात्राएं हर रोज कीचड़ में फिसलते-पड़ते विद्यालय पहुँचने को मजबूर हैं।शासन की मंशा थी कि दूर-दराज की बेटियाँ शिक्षा से वंचित न रहें, इसी सोच के तहत बकस्वाहा मुख्यालय पर सर्वसुविधायुक्त छात्रावास का निर्माण कराया गया। भवन तो बन गया, पर स्कूल तक जाने वाला मुख्य मार्ग अब तक नहीं बन सका। नतीजतन, बरसात में रास्ता कीचड़ से भर जाता है, जिससे छात्राओं के कपड़े, किताबें खराब हो जाती हैं और कई बार फिसलकर चोटिल भी हो जाती हैं। छात्राओं ने बताया, हम पढऩा चाहते हैं, लेकिन कीचड़ जाने नहीं देता। किताबें भीग जाती हैं, कपड़े गंदे हो जाते हैं। हमें स्कूल जाने के लिए पक्की सडक़ चाहिए।

