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विधायक जयवर्धन के सवाल पर स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने जवाब दिया।
मध्यप्रदेश के सरकारी विभागों में पिछले महीनों में हुए तबादलों को लेकर बीजेपी के विधायक और संगठन के पदाधिकारी अंदरखाने नाराज हैं।
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लगातार तबादलों को लेकर सत्ता और संगठन के पास शिकायतें आईं। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने विधानसभा में स्कूल शिक्षा विभाग से शिक्षकों के तबादलों को लेकर सवाल पूछा तो चौंकाने वाला जवाब आया।
5 करोड़ 70 लाख में बना पोर्टल जयवर्धन सिंह के सवाल के जवाब में स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने बताया कि नए पोर्टल 3.0 को तैयार करने के लिए केंद्र सरकार की संस्था निक्सी को 9 सितंबर 2024 को वर्क ऑर्डर दिया गया था। जिसकी कुल लागत 5 करोड़ 70 लाख 80 हजार 250 रुपए है।
इसकी 5 साल की अवधि तय की गई है। पोर्टल का लॉग इन एक्सेस मध्यांश स्कूल, संकुल, विकासखंड, जिला, संभाग, और राज्य स्तर पर पदों के अनुसार दिए हैं। इसके साथ ही पोर्टल पर दर्ज अधिकारी, कर्मचारियों की भी व्यक्तिगत जानकारी और पोर्टल पर उपलब्ध जानकारियों और कामों के लिए एक्सेस दिया है।

4503 आवेदन आए और 11584 के ट्रांसफर हो गए जवाब में बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग के पास 4503 शिक्षकों ने तबादलों के लिए आवेदन किए। लेकिन, विभाग ने 11584 शिक्षकों के तबादले किए गए। इनमें 7976 शिक्षकों के स्वैच्छिक स्थानांतरण किए गए और 3608 शिक्षकों के ट्रांसफर प्रशासकीय स्तर पर किए गए हैं।

मंत्री बोले- कांग्रेस के वक्त कलम चल गई तो तबादला हो जाता था कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह के सवाल पर दिए गए जवाब पर जब स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा कि उनको एक चीज समझनी पड़ेगी।
भाजपा की सरकार नियमों के दायरे में काम करने वाली सरकार है। हमारी स्थानांतरण नीति के आधार पर हम जो कर सकते थे हमने वो किया है।

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