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अशोकनगर में सामान्य वर्ग को आरक्षण देने सहित विभिन्न मांगों को लेकर सवर्ण समाज ने बुधवार को रैली निकाली। गांधी पार्क से प्रारंभ हुई रैली कलेक्ट्रेट कार्यालय तक पहुंची, जहां समाज के प्रतिनिधियों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
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नायब तहसीलदार कार्तिकेय मुदगिल को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि सामान्य वर्ग के साथ लगातार भेदभाव किया जा रहा है, जिससे उनके संवैधानिक अधिकारों का हनन हो रहा है। प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छे अंक लाने के बावजूद आरक्षण व्यवस्था के कारण युवा अवसरों से वंचित हो रहे हैं। इससे सामान्य वर्ग के युवाओं में हीनभावना पनप रही है।
प्रतिभाशाली युवा विदेशों में पलायन करने को मजबूर
समाज के प्रतिनिधियों ने बताया कि कम अंक प्राप्त करने वाले आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का शासकीय सेवाओं में चयन हो रहा है, जबकि सामान्य वर्ग के प्रतिभाशाली युवा हतोत्साहित हो रहे हैं। यह स्थिति देश के विकास में बाधक बन रही है और प्रतिभाशाली युवा विदेशों की ओर पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं।

स्वर्ण समाज ने आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग (EWS) के प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया को सरल करने की मांग की। साथ ही प्रमाण पत्र की वैधता अवधि को एक वर्ष से बढ़ाकर कम से कम पांच वर्ष करने का प्रस्ताव रखा।
लॉटरी सिस्टम के उल्लंघन पर भी जताई नाराजगी
प्रदर्शनकारियों ने अशोकनगर जिले के नए केंद्रीय विद्यालय में लॉटरी सिस्टम के उल्लंघन पर भी नाराजगी व्यक्त की। उनका कहना था कि कक्षा एक को छोड़कर कक्षा दो से पांच तक सामान्य वर्ग का कोई भी छात्र चयनित नहीं हुआ, जिससे समाज में भारी असंतोष है।

सामान्य वर्ग को भी मिले समान अवसर और आरक्षण
स्वर्ण समाज का कहना है कि वे किसी वर्ग के आरक्षण का विरोध नहीं करते, लेकिन सामान्य वर्ग को भी समान अवसर और आरक्षण मिलना चाहिए, ताकि वे भी अपने बच्चों का भविष्य सुरक्षित कर सकें। उन्होंने राष्ट्रपति से सामान्य वर्ग के अधिकारों की रक्षा करते हुए इन मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार करने का आग्रह किया।
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