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सावन के हर सोमवार को निकलती है ओंकार महाराज की सवारी।
तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में सावन महीने में हर सोमवार को निकलने वाली भगवान भोलेनाथ की विशेष सवारी में अब गुलाल उड़ाने पर पाबंदी लगा दी गई हैं। रंग-गुलाल न उड़ाते हुए गुलाब या अन्य फूलों की पंखुड़ियों का उपयोग करने की अपील की गई हैं।
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मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि यात्रा में केवल फूलों की पंखुड़ियों का ही उपयोग करें। रंग या गुलाल न उड़ाएं। पूजन सामग्री में भगवान पर गुलाल चढ़ा सकते हैं, गुलाल उड़ाने पर पाबंदी रहेगी।
पुनासा एसडीएम शिवम प्रजापति (आईएएस) ने बताया कि गुलाल उड़ाने पर प्रतिबंध का निर्णय तीर्थयात्रियों, महिला भक्तों, बच्चों व बुजुर्गों के हितों और उनकी धार्मिक भावना को ध्यान में रखकर लिया गया है। सवारी के दौरान कई असामाजिक तत्व गुलाल भगवान पर चढ़ाने की बजाय महिला, बच्चों और यात्रियों को टारगेट कर उड़ाते है।
ओंकारेश्वर भगवान की सवारी में शामिल होने वाले भक्तों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। साथ ही गुलाल में रंगे असमाजिक तत्वों को पहचान पाना भी मुश्किल होता है।
इधर, गोमुख घाट पर जाली लगाकर प्रवेश बंद किया 21 जुलाई को परिवार के साथ गोमुख घाट पर स्नान कर रहे नीमच के युवक पंकज पिता कैलाश की डूबने से मौत हो गई थी। उसके दोस्त विशाल को गोताखोरों ने बचा लिया लिया था। असुरक्षित घाटों पर लगातार हो रही घटनाओं के बाद प्रशासन की नींद खुली। सोमवार को उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने गोमुख घाट को जाली लगाकर बंद कर दिया हैं।
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