नई दिल्ली. देश में बुलेट ट्रेन का ट्रैक कब तक तैयार होगा, कब मुंबई से अहमदाबाद के बीच से बुलेट ट्रेन चलेगी, इस तरह के तमाम सवालों का जवाब केन्द्र सरकार ने दिया है. लोकसभा में एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यह प्रोजेक्ट दिसंबर 2029 तक पूरी तरह से तैयार होगा. यानी देश में बुलेट ट्रेन 2029 से दौड़ेगी. रेल मंत्री ने इसी बीच देश के दूसरे अन्य हिस्सों में बुलेट ट्रेन चलाने की केंद्र की योजना पर भी प्रकाश डाला. रेल मंत्री ने बताया कि नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने बुलेट ट्रेन के नेटवर्क के विस्तार के लिए डीपाआर बनाना शुरू कर दिया है. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड को देश के अन्य हिस्सों में बुलेट ट्रेन के नेटवर्क के विस्तार का काम सौंपा गया है.
रेल मंत्री ने एक लिखित प्रश्न के जवाब में 23 जुलाई को लोकसभा में इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि रेलवे मंत्रालय मुंबई-अहमदाबाद के अलावा अन्य रुट्स भी बुलेट ट्रेन चलाने के लिए तेजी से काम कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘मुंबई-अहमदाबाद के अलावा देश के अन्य हिस्सों में हाई स्पीड रेल नेटवर्क के विस्तार करने और कॉमर्शियल-आर्थिक गतिविधियों के केंद्र वाले दो शहरों के बीच ग्राहकों की डिमांड, पर्यटकों की आवाजाही को ध्यान में रखते हुए एनएचएसआरसीएल की ओर से डीपीआर तैयार किया जा रहा है.’
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, ‘हाई स्पीड रेलवे नेटवर्क बनाने के लिए बहुत ज्यादा खर्चा आता है. ऐसे में किसी भी नए प्रोजेक्ट पर निर्णय लेने से पहले तनकीकी व्यवहार्यता, वित्तीय और आर्थिक व्यावहारिकता, ट्रैफिक डिमांड, फंड की उपलब्धता और वित्तीय विकल्प जैसे कई फैक्टर को ध्यान में रखा जाता है.’
गौरतलब है कि अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना का काम जापान के सहयोग से हो रहा है. देश में नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) की ओर से इन 6 रूट्स पर भी बुलेट ट्रेन चलाए जाने की योजना है.
ये रूट्स हैं :
1. दिल्ली-वाराणसी
2. मुंबई-नागपुर
3. मुंबई-हैदराबाद
4. चेन्नई-मैसूर
5. दिल्ली-अमृतसर
6. वाराणसी-हावड़ा
2022 में लोकसभा में रेल मंत्री अश्विनी बैष्णव ने बताया था कि रेल मंत्रालय 6 और बुलेट ट्रेन कॉरिडोर बनाने की योजना है. इन सभी 6 रूट्स पर सर्वे और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट यानी डीपीआर तैयार करने का निर्णय लिया गया है. एक बार फिर से सरकार ने यह बात दोहराई है.
दिल्ली-अमृतसर हाई स्पीड रेल कॉरिडोर
दोनों शहरों के बीच 466 किलोमीटर की दूरी को तय करने में करीब 7 घंटे का समय लग जाता है. बुलेट ट्रेन कॉरिडोर बनने के बाद यह दूरी महज डेढ़ घंटे में तय की जा सकेगी.
मुंबई-नागपुर हाई स्पीड रेल कॉरिडोर
मुंबई-नागपुर के बीच की दूरी करीब 770 किलोमीटर है. फिलहाल इस दूरी को कवर करने में 10 घंटे से ज्यादा का समय लगता है. बुलेट ट्रेन शुरू होने के बाद महज सवा 2 घंटे में यात्रा पूरी हो जाएगी.
मुंबई-हैदराबाद बुलेट ट्रेन
मुंबई से पुणे के रास्ते हैदराबाद के लिए बुलेट ट्रेन कॉरिडोर बनाया जाएगा. फिलहाल दोनों शहरों के बीच की दूरी 700 किलोमीटर है. करीब 13 घंटे का समय इस यात्रा को पूरा करने में लगता है. बुलेट ट्रेन शुरू हो जाए तो यह दूरी महज 2.10 घंटे में पूरा हो जाएगी.
चेन्नई-मैसूर बुलेट ट्रेन
भारतीय रेलवे बैंगलोर के रास्ते चेन्नई से मैसूर के बीच बुलेट ट्रेन कॉरिडोर बनाने के डीपीआर पर काम कर रहा है. दोनों शहरों के बीच की दूरी करीब 481 किलोमीटर है. करीब 9 घंटे की जर्नी है. बुलेट ट्रेन चलने से यह दूरी महज 1.30 घंटे में पूरी हो जाएगी.
वाराणसी-हावड़ा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर
वाराणसी से हावड़ा के बीच भी पटना के रास्ते बुलेट ट्रेन कॉरिडोर बनाने पर विचार चल रहा है. सर्वे और डीपीआर पर काम चल रहा है. दोनों शहरों के बीच की दूरी करीब 676 किलोमीटर है. फिलहाल करीब 15 घंटे का समय लग जाता है. बुलेट ट्रेन से यह दूरी महज 2.05 घंटे में पूरी हो जाएगी.
दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर
दिल्ली से वाराणसी के बीच भी बुलेट ट्रेन कॉरिडोर बनाया जाएगा. दोनों शहरों के बीच की दूरी करीब 852 किलोमीटर है. फिलहाल दिल्ली से वाराणसी पहुंचने में करीब 12 घंटे का समय लग जाता है. बुलेट ट्रेन से यह सफर महज ढाई घंटे में पूरा होगा.