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Deputy commissioner’s mother sent to jail | डिप्टी कमिश्नर की मां की थी बाघ की खाल: महिला बोली- ससुर ने दी, पूजा में करती थी इस्तेमाल; वन विभाग ने जेल भेजा – Jabalpur News

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आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे की मां को वन विभाग ने बाघ की खाल मिलने के मामले में जेल भेज दिया है। सावित्री सरवटे के आधारताल स्थित घर से बुधवार को जांच के दौरान ईओडब्ल्यू को बाघ की पुरानी खाल मिली थी, जिसके बाद वन विभाग को आगे

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जबलपुर वन विभाग की टीम ने वन्य प्राणी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए 75 वर्षीय सावित्री सरवटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

ससुर ने दी थी 30 साल पहले

वन विभाग की पूछताछ में सावित्री सरवटे ने बताया कि 30 साल पहले उनके ससुर ने बाघ की खाल दी थी, जिसमें बैठकर यह रोजाना पूजा करती थी। महिला के मुताबिक उनके ससुर मंडला में रहते थे, उन्हें यह बाघ की खाल कहां मिली, किसने दी, इसकी जानकारी नहीं है।

पूछताछ के दौरान सावित्री ने वन विभाग को बताया कि इसका उपयोग पूजा के अलावा और कुछ नहीं किया गया है। वन विभाग के मुताबिक जिस घर से खाल मिली है, वह सावित्री सरवटे के नाम है।

EOW को जगदीश सरवटे के आधारताल स्थित बंगले से बुधवार को बाघ की खाल बरामद हुई।

EOW को जगदीश सरवटे के आधारताल स्थित बंगले से बुधवार को बाघ की खाल बरामद हुई।

वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट करेगा जांच

जबलपुर डीएफओ ऋषि मिश्र का कहना है कि सावित्री सरवटे के बयान के बाद पाया गया कि अवैध रूप से इन्होंने लंबे समय से अपने घर पर बाघ की खाल छिपाकर रखी थी, लिहाजा धारा 9,50 के तहत इन्हें गिरफ्तार कर रात में जेल भेजा गया।

खाल को जब्त कर लिया गया है, जांच के लिए आज नानाजी देशमुख वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट भेजा जाएगा, जहां जांच के बाद ही पता चलेगा कि बाघ की ये खाल कितनी पुरानी है, जिसकी है और ये नर था या मादा।

खाल करीब 30 साल पुरानी बताई गई और इसे बैठने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।

खाल करीब 30 साल पुरानी बताई गई और इसे बैठने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।

इससे पहले EOW की अब तक की कार्रवाई में सावित्री सरवटे के बेटे आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश प्रसाद सरवटे के पास से 6 करोड़ 75 लाख 72 हजार,295 रुपए कीमत की चल-अचल और अनुपातहीन संपत्ति का खुलासा हुआ है।

जबकि उनकी अब तक की वैध आय केवल 1 करोड़ 56 लाख 99 हजार 6 रुपए पाई गई है। EOW ने मंगलवार को सरवटे के जबलपुर, सागर और भोपाल स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी, जो कि बुधवार की शाम तक चलती रही।

तीन शहरों में सर्चिंग, एक के बाद एक खुलासे

डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13(1) (B), 13(2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। 22 जुलाई को ईओडब्ल्यू की टीमों ने जबलपुर के शंकर शाह नगर रामपुर स्थित सरकारी आवास, आधारताल स्थित पैतृक मकान और भोपाल के बाग मुगलिया में एक साथ छापे मारे।

साथ ही, सागर स्थित शासकीय आवास की तलाशी सागर ईओडब्ल्यू की टीम ने की। EOW को जांच के दौरान सागर में भी लाखों रुपए का सामान मिला है।

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डिप्टी कमिश्नर के घर मिली बाघ की खाल

आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे के जबलपुर स्थित घर से बाघ की खाल बरामद की गई है। यह खाल करीब 30 साल पुरानी बताई जा रही है, जिसे आसन के रूप में बैठने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। पूरी खबर पढ़ें…

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