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छिंदवाड़ा शहर के रिहायशी इलाके रघुवंशीपुरा में गुरुवार को एक हृदयविदारक और अमानवीय घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को झकझोर दिया, बल्कि पशु प्रेमियों और सामाजिक संगठनों में भी आक्रोश की लहर दौड़ा दी। इंसानियत को शर्मसार करने वाले इस मामले में एक युवक ने बैल को भगाने के लिए ऐसा तरीका अपनाया, जिसने उसकी जान ही ले ली।
जानकारी के मुताबिक, आरोपी मुकेश गोदरे ने अपने घर के आसपास घूम रहे आवारा पशुओं से परेशान होकर एक आटे की लोई में देशी बम भरकर फेंका। यह लोई एक बैल ने खा ली, जिससे बम उसके मुंह में ही फट गया। विस्फोट इतना जोरदार था कि बैल का जबड़ा फट गया और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत मदद की और उसे इलाज के लिए ले जाया गया, लेकिन गहरी चोटों के चलते इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
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स्थानीयों की भावनाएं भड़कीं, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की
घटना के तुरंत बाद आसपास के लोग मौके पर जुट गए। बम फटने की तेज आवाज सुनकर लोगों को जब पूरी सच्चाई का पता चला, तो गुस्सा भड़क उठा। पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद कोतवाली थाने की टीम मौके पर पहुंची और आरोपी मुकेश गोदरे को हिरासत में ले लिया गया।
पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 325 और पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11(डी) के तहत केस दर्ज किया है। साथ ही बम स्क्वॉड की टीम को भी घटनास्थल पर बुलाया गया, जिसने पूरे इलाके की बारीकी से जांच की।
पुलिस ने मामले में खुद लिया संज्ञान
इस घटना को लेकर सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि किसी भी व्यक्ति ने पुलिस थाने में औपचारिक रूप से शिकायत दर्ज नहीं कराई। लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने खुद संज्ञान लेते हुए प्रकरण पंजीबद्ध किया और जांच शुरू की। स्थानीय हिंदू संगठनों और समाजसेवियों ने इस बर्बरता पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बैल को सनातन संस्कृति में भगवान शिव का वाहन माना जाता है और उसके साथ की गई यह क्रूरता आस्था पर भी सीधा हमला है। उन्होंने मांग की है कि आरोपी को कठोर दंड मिले, ताकि भविष्य में कोई ऐसी हरकत करने की हिम्मत न कर सके।
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देशी बम के प्रयोग पर उठे सवाल
प्रशासन अब यह जानने में जुटा है कि आरोपी ने यह देशी बम कहां से और कैसे प्राप्त किया। आमतौर पर यह बम जंगली या आवारा पशुओं को भगाने के लिए उपयोग में लाया जाता है, लेकिन इसे इस तरह किसी निर्दोष जानवर को नुकसान पहुंचाने के लिए प्रयोग करना घोर अपराध की श्रेणी में आता है। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ शुरू कर दी है और संभावना है कि आने वाले दिनों में इस अवैध सामग्री की आपूर्ति श्रृंखला पर भी कार्रवाई हो सकती है।
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