[ad_1]

इससे पहले 13 दिसंबर 2023 को डॉ. रामकृष्ण कुसमारिया ने मप्र राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया था।
पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमारिया को मप्र पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है। इस आयोग में पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन की बेटी मौसम बिसेन को सदस्य बनाया गया है।
.
बता दें, मप्र पिछ़ड़ा वर्ग कल्याण आयोग का गठन सितंबर 2021 में हुआ था। 2 सितंबर 2021 को जारी अधिसूचना के अनुसार इस आयोग का कार्यकाल दो साल के लिए तय किया गया था और आवश्यकता अनुसार कार्यकाल बढ़ाने की बात कही गई थी।
इससे पहले 3 सितंबर 2021 को पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन को मप्र पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था। रामकृष्ण कुसमारिया इस आयोग के दूसरे अध्यक्ष हैं। पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन जिस आयोग के अध्यक्ष रहे उनकी बेटी को उसी आयोग में सदस्य बनाया गया है।
मप्र में ओबीसी वर्ग के दो-दो आयोग मप्र में ओबीसी वर्ग के दो-दो आयोग हैं। मप्र राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन 1993 में किया गया था। कमलनाथ सरकार में वरिष्ठ अधिवक्ता जेपी धनोपिया को साल 2020 में मप्र राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था। लेकिन बाद में कमलनाथ सरकार गिर गई।
हालांकि धनोपिया का कार्यकाल पूरा नहीं हुआ था ऐसे में वे कोर्ट चले गए। इधर, मप्र में ओबीसी को 27% आरक्षण देने का मामला भी कोर्ट पहुंच गया। इसके बाद सितंबर 2021 में तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मप्र पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग का गठन कर गौरीशंकर बिसेन को अध्यक्ष बनाया और कोर्ट में ओबीसी को 27% की रिपोर्ट पेश की।
मप्र में 2023 के विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले 6 अक्टूबर 2023 को डॉ रामकृष्ण कुसमारिया काे राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष बनाया था। हालांकि उन्होंने विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद दिसंबर में पदभार ग्रहण किया था।
दोनों आयोगों के कुसमारिया अध्यक्ष ओबीसी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दोनों आयोगों के काम अलग हैं। डॉ रामकृष्ण कुसमारिया दोनों आयोगों के अध्यक्ष हैं।
[ad_2]
Source link

