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मांडू में कांग्रेस के प्रशिक्षण और कांग्रेस नेताओं के विधानसभा में हंगामा वाले बयान पर मंत्री विश्वास सारंग ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नकल करने के लिए अक्ल की जरूरत होती है। कांग्रेस नेता अपना चरित्र, नीति और नियत ठीक करें। प्रशिक्षण वही देता सकता है जो खुद प्रशिक्षित हो। उन्होंने आगे कहा कि आदर्श की बात वही कर सकता है जो खुद अपने जीवन में आदर्श को उतारे। कांग्रेस के नेता चाहे दिल्ली में हो या मध्यप्रदेश में हो कभी भी उन्होंने अनुशासन का पालन नहीं किया। सारंग ने कहा कि उनकी मानसिकता इसी बात से प्रदर्शित हो रही है कि हम विधानसभा सत्र में हंगामा करने का प्रशिक्षण दे रहे हैं। कांग्रेस नेता मांडू में विधानसभा में गुंडागर्दी करने का प्रशिक्षण दे रहे हैं। हंगामा, गुंडागर्दी और गदर का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है। यह कांग्रेस की अलोकतांत्रिक मानसिकता का परिचायक है।
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