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मुरैना जिले में कोटवार डैम का जलस्तर रविवार को अधिकतम सीमा 552.50 फीट तक पहुंच गया, जिसके बाद प्रशासन ने डैम के तीन गेट खोलकर प्रतिदिन 6000 क्यूसेक पानी आसन नदी में छोड़ा। हर गेट से 2000 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। जलस्तर पूरी तरह भरने के
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कोटवार डैम की जलधारण क्षमता पूरी भर जाने के बाद तीन गेट खोले गए हैं, जबकि डैम में कुल 15 गेट मौजूद हैं। फिलहाल तीन गेटों से पानी छोड़ा जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका को देखते हुए नजर रखी जा रही है।
पगारा डैम के सभी गेट वर्तमान में बंद मुरैना जिले के दो प्रमुख डैम- कोटवार और पगारा में आसन नदी का पानी एकत्र होता है। इससे पहले पगारा डैम के सभी छह गेट खोले गए थे, लेकिन फिलहाल वे बंद कर दिए गए हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बारिश जारी रही, तो स्वचालित प्रणाली के तहत पगारा डैम के गेट फिर से खुल सकते हैं।

कोटवार डैम फुल
लोगों को नदी और डैम क्षेत्र से दूर रहने की चेतावनी प्रशासन ने लोगों को बहाव वाले क्षेत्रों से दूर रहने की हिदायत दी है। सोशल मीडिया के जरिए भी जागरूकता फैलाई जा रही है। कोटवार डैम से निकला पानी सीधा आसन नदी में जा रहा है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
स्थिति पर रखी जा रही लगातार निगरानी जल संसाधन विभाग और जिला प्रशासन हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। डैम के जलस्तर, डिस्चार्ज दर और निचले क्षेत्रों के प्रभाव की सतत मॉनिटरिंग की जा रही है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।
देखिए तस्वीरें…


कोटवार डैम

कोटवार डैम

कोटवार डैम
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