[ad_1]
Last Updated:
गांव के लोग अपनी सादगी और समझदारी के लिए जाने जाते हैं. उनकी कुछ आदतें ऐसी होती हैं, जिन्हें अपनाकर आप भी आर्थिक रूप से मजबूत बन सकते हैं. आइए जानते हैं गांव वालों की 5 आदतें, जो आपके जीवन को बदल सकती हैं:

हाइलाइट्स
- सोच-समझकर खर्च करें, दिखावे से बचें.
- SIPs और SHGs के जरिए अनुशासित बचत करें.
- उधार केवल जरूरी चीजों के लिए लें.
नई दिल्ली. जब आप अपने नए iPhone मॉडल या किसी शानदार गैजेट को शोऑफ करने में व्यस्त रहते हैं, तब गांव के लोग बैंक में हंसते हुए जा रहे होते हैं. हाल ही में एक चार्टर्ड अकाउंटेंट ने X पर बताया कि ग्रामीण लोग वित्तीय मामलों में हमारी अपेक्षा से कहीं ज्यादा समझदार होते हैं. उन्होंने लिखा कि गांव और उपनगरों में रहने वाले कई लोग पैसे का प्रबंधन ऐसे करते हैं कि समय पर वो उनके काम आ सके. अगर आप भी उनसे पैसा बचाने की ये 5 आदतें सीख लेते हैं तो आपको जीवन में कभी पैसों की कमी का कभी एहसास नहीं होगा.
1. सोच-समझकर खर्च करना, न कि जोश में
शहरों में लोग अक्सर ट्रेंड्स, सोशल मीडिया के दबाव में खरीदारी करते हैं. कई बार जरूरत न होने के बावजूद सिर्फ इसलिए खरीदारी करते हैं, क्योंकि पडोसी ने या उनके जानने वालों ने खरीदी है. लेकिन गांवों में खर्च करने का एक अलग तरीका है. वो बहुत ही संयम से और सोच-समझकर खर्च करते हैं. लोग अपनी कमाई से कम खर्च करते हैं. ये तरीका उनके जीवन में बहुत ही सरलता से समाया हुआ है. ग्रामीण अपने साधनों के भीतर, अक्सर उससे भी कम खर्च करते हैं और वे दिखावे के बजाय बचत को प्राथमिकता देते हैं.
They plan ahead. City folks wing it.
Village families save for kids’ marriage from day one.
Urban folks save… what’s left after Zomato, Netflix & EMI.
[ad_2]
Source link

