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चित्रकूट में बाढ़ का पानी आने से 447 परिवार प्रभावित हुए थे।
चित्रकूट में मंदाकिनी नदी में आई बाढ़ की मार झेल चुके चित्रकूट के लोगों की जिंदगी धीरे-धीरे फिर से पटरी पर लौट रही है। बाढ़ का पानी उतर चुका है, लेकिन अब भी लोग अपने घरों और दुकानों में जमा हुई मिट्टी और गंदगी हटाने में लगे हुए हैं।
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447 परिवार बाढ़ से प्रभावित12 जुलाई को मंदाकिनी नदी के जल स्तर में भारी वृद्धि के कारण चित्रकूट क्षेत्र बाढ़ की चपेट में आ गया था। इस आपदा में कुल 447 परिवार प्रभावित हुए, जिनमें से 25 घरों में पानी भर गया, 3 घर पूरी तरह ढह गए, जबकि 16 मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है।
कलेक्टर और एसपी ने किया दौरा शुक्रवार को कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस और एसपी आशुतोष गुप्ता ने चित्रकूट पहुंचकर प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सर्वे कार्य को जल्द पूरा कर प्रभावितों को मुआवजा राशि उपलब्ध कराई जाए।

गुरुवार को फिर बढ़ा था जल स्तर गुरुवार को दिनभर हुई मूसलधार बारिश के बाद रात में एक बार फिर मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ गया था, जिससे इलाके में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। हालांकि शुक्रवार सुबह तक बारिश रुकने से जलस्तर घट गया और लोगों ने राहत की सांस ली।
नगर परिषद ने शुरू किया सफाई अभियान नगर परिषद के कर्मचारी घाटों और प्रभावित इलाकों में मिट्टी, कचरा और गंदगी हटाने का कार्य युद्धस्तर पर कर रहे हैं।
एसडीएम एपी द्विवेदी के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम पिछले पांच दिनों से सर्वे कार्य में जुटी हुई है। नायब तहसीलदार कमलेश सिंह के अनुसार दुकानों में हुई क्षति का भी आंकलन किया जा रहा है।
कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने बताया
सर्वे कार्य अंतिम चरण में है। आरबीसी नियमों के तहत जल्द ही मुआवजा निर्धारित कर प्रभावित परिवारों को राहत राशि का भुगतान किया जाएगा।

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