[ad_1]
कुटने नदी डेम का पानी छोड़ा गया
जिले में 12 घंटे से हो रही तेज वर्षा के चलते प्राकृतिक आपदा में दो लोगों की मौत हो गई। जहां ग्राम ढिलापुर में रात्रि में मकान में सो रही मां बेटी के ऊपर कच्चा मकान ढह गया। हादसे में बेटी की मौत हो गई, वहीं मां घायल हो गई। वहीं ओरछा रोड थाना क्षेत्र के हतना में घर के अंदर जानवर छोड़ने पहुंचे युवक पर कच्चे घर की दीवार गिर गई। युवक की भी दर्दनाक मौत हो गई। दोनों जगह मलबे में दबने से जान गई।

(बारिश में बह गया तलवापुरवा ग्राम पंचायत में पुल)
संजयनगर टोल प्लाजा डूबा, उर्मिल नदी उफान पर
समूचे क्षेत्र में बीते 24 घंटे से हो रही झमाझम बारिश के बाद उर्मिल नदी उफान पर है। उर्मिल डैम व सिंहपुर डैम के गेट खुलने के बाद लवकुशनगर अनुविभाग के संजयनगर में बने एमपीआरडीसी के टोल प्लाजा में पानी घुस गया है। वहीं नदी में लगातार पानी बढ़ता ही जा रहा है। वहीं बाढ़ देखने भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। पुलिस द्वारा पानी से दूर रहने के निर्देश दिए गए हैं। थाना प्रभारी अजय अम्बे सहित पुलिस मौके पर मुस्तैद हैं।
ये भी पढ़ें: डिप्टी सीएम देवड़ा के करीबी भाजपा युवा नेता की हत्या, घर की ऊपरी मंजिल पर मिला शव, गले-सिर पर घाव
एसबीआई शाखा के अंदर पानी घुस गया। जिसे रात भर से पंप लगाकर खाली किया गया। मौके पर नगर पालिका के टैंकर मौजूद हैं। बैंक में रखी नगदी राशि गीली होने की जानकारी सामने आई है। एसबीआई के मुख्य शाखा के बेसमेंट में चेस्ट रूम बना है, जिसमें जिलेभर की बैंकों का कैश रखा जाता है। नियमों के मुताबिक चेस्ट रूम बेसमेंट में नहीं होना चाहिए।
नंदगायकला का गोरा तालाब के गेट खोले
भीषण बारिश से बिगड़ते हालतों के बीच नंदगायकला का गोरा तालाब उफान पर आ गया। तालाब फट ना जाये इसलिए प्रशासन ने रात तीन बजे ओना खोला के गेट खोले। हमा में प्रशासन की टीम पहुंची।
सड़कों गलियों में आई बाढ़ से लोगों के घरों में भरा पानी, गाड़ियां डूबीं
छतरपुर किशोर सागर तालाब के पास दो पहिया गाड़ियां लगभग डूबने को हैं, सभी घरों में पानी भर चुका है। किशोर सागर तालाब से पानी बाहर आ चुका है, लोगों के पलायन की स्थिति बन चुकी है।
छतरपुर के नारायणपुरा रोड पर सिद्धेश्वर मंदिर के सामने नाले में डूबने वाले युवक का शव मिल गया है। बता दें कि सुबह तेज बहाव के चलते नाला पार करते समय युवक डूब गया था। जहां चार-पांच घंटे बीत जाने के बाद आगे खेत में शव मिला है। ओरछा रोड थाना पुलिस और प्रभारी दीपक यादव मौके पर मौजूद हैं।
एम्बुलेंस बही, ड्राइवर बचा
छतरपुर में लगातार बारिश से एंबुलेंस पानी में बह गई। मरीज को छोड़कर वापस लौटते समय घटना घटी। ड्राइवर को बचा लिया गया है। बताया जा रहा है कि एम्बुलेंस भोपाल से आई थी। ओरछा रोड थानाक्षेत्र के कैंडी गांव के पास की घटना है।
छतरपुर विधायक ने जलभराव क्षेत्र का किया निरीक्षण
छतरपुर विधायक ललिता यादव ने सुबह से ही जलभराव क्षेत्र का निरीक्षण किया। चूंकि मूसलाधार बारिश के कारण शहर के कई क्षेत्रों में पानी भर गया था। जैसे ही उन्हें इस संबंध में जानकारी मिली वे तुरंत प्रशासनिक अमले को साथ लेकर संबंधित क्षेत्रों का जायजा लेने पहुंची। निरीक्षण करते हुए उन्होंने समुचित व्यवस्था करने का आश्वासन दिया। उन्होंने प्रशासन से कहा कि वे जलभराव क्षेत्र की लगातार निगरानी करें ताकि छतरपुर की जनता को कोई परेशानी न हो।
ये भी पढ़ें: पापी पिता: 14 साल की बेटी से बनाता रहा संबंध, गर्भवती हुई तो पुलिस से कहा-गुजरात में हुआ दुष्कर्म; ऐसे खुला सच
नौगांव क्षेत्र में बीती रात 5 से 8 इंच बारिश हुई, जिसके बाद उर्मिल नदी पर बना उर्मिल डैम लबालब हो गया। हालात ऐसे थे कि रात को डैम के 7 गेट खोलने पड़े। मध्य प्रदेश-उत्तर प्रदेश सीमा पर बढ़ते जलस्तर को देखते हुए महोबा कलेक्टर गजल भारद्वाज ने सिंचाई विभाग के कर्मचारियों के साथ डैम का निरीक्षण किया और गेट खोलने के निर्देश दिए। इससे मध्य प्रदेश के सिंहपुर बहराइच डैम पर भी दबाव बढ़ा, जिसके गेट खोलने की तैयारी के लिए नौगांव एसडीएम ने निरीक्षण किया। डैम से पानी छोड़े जाने के बाद महाराजपुर तहसील के गणेशपुर, गरा सहित कई गांवों में जलभराव की स्थिति है। नौगांव शहर का बड़ा और छोटा तालाब ओवरफ्लो हो गया है। दौरिया गांव में तालाब के किनारे बसे 200-300 मकानों में पानी घुस गया है।
सिंहपुर और रनगुवां बांध के खोले गए गेट
बीती रात हुई तेज बारिश के कारण उर्मिल नदी का जलस्तर बढ़ गया और इसे देखते हुए सिंहपुर बांध के 3 गेट खोले गए। वहीं, रनगुवां बांध में भी पानी की भारी आवक के चलते क्षेत्रीय विधायक अरविंद पटैरिया ने देर रात बांध के कर्मचारियों और आसपास के लोगों से संपर्क कर स्थिति का जायजा लिया। उनके निर्देश पर शुक्रवार सुबह 4 बजे रनगुवां बांध के कुल 12 गेट खोले गए। जलभराव और बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने नदी किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी किया है। ग्रामीणों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और नदी-नालों के पास न जाने की अपील की गई है।
ओरछा रोड थाना क्षेत्र के ग्राम धामची में शुक्रवार की सुबह उर्मिल नदी के उफान पर आने से बाढ़ जैसे हालात बन गए। गांव में पानी भरने से ग्रामीण अपने घरों की छतों पर चढ़ने को मजबूर हो गए। पानी के कारण गांव का आवागमन पूरी तरह ठप हो गया, विद्युत लाइनें बंद रहीं और मोबाइल संपर्क टूट गया। स्थानीय निवासी प्रमोद यादव ने बताया कि पूरा गांव पानी से लबालब है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मदद करने की अपील की।
सिंघाड़ी नदी में फंसे आधा दर्जन लोगों को एसडीईआरएफ ने बचाया
नौगांव क्षेत्र के करोला गांव के पास सिंघाड़ी नदी के तेज बहाव में एक परिवार के 6 लोग फंस गए। कलेक्टर पार्थ जैसवाल के निर्देश पर प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीईआरएफ की टीम, नौगांव एसडीएम जीएस पटेल, महाराजपुर तहसीलदार और गढ़ीमलहरा थाना पुलिस की मौजूदगी में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। एसडीईआरएफ ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में नावों और रस्सियों की मदद से सभी 6 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। रेस्क्यू के बाद परिवार को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
ये भी पढ़ें: हरदा की घटना और लाठीचार्ज के विरोध में करणी सैनिकों का प्रदर्शन, ASP को हटाने की मांग, दी चेतावनी
[ad_2]
Source link



