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हरदा में खरीफ सीजन की मक्का फसल के लिए किसानों को समय पर यूरिया नहीं मिल पा रहा है। किसान सुबह 4 बजे से लाइन में लग रहे हैं, लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। शुक्रवार को भी एमपी एग्रो और विपणन संघ के गोदामों पर खाद नहीं मिलने से नाराज किसान कल
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किसानों का कहना है कि मक्का बोए एक महीना हो चुका है, लेकिन समय पर यूरिया नहीं मिलने से फसल पीली पड़ने लगी है। इससे उत्पादन पर असर पड़ रहा है। इस साल मक्का का रकबा बढ़ाया गया है, लेकिन यूरिया की आपूर्ति मांग के मुकाबले बेहद कम है।
गोदाम पर पहुंची खाद, लेकिन वितरण टला शुक्रवार को किसान जब खाद लेने पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि खाद अभी गोदाम पहुंचा है और पोर्टल पर एंट्री के बाद सोमवार से वितरण होगा। इस जानकारी से किसानों में आक्रोश फैल गया। करीब 100 किसान कलेक्टर कार्यालय पहुंचे।

किसानों ने शुक्रवार को विरोध जताया।
एडीएम ने दिए शनिवार से वितरण के निर्देश किसानों की शिकायत पर एडीएम सतीश राय ने डबल लॉक गोदामों से शनिवार को ही खाद वितरण शुरू करने के निर्देश दिए। इसके बाद खाद मिलने की संभावना बढ़ी है।
किसान बोले- पांच बार आकर भी नहीं मिली खाद किसान सतीश विश्नोई ने बताया कि वह तीन बार लाइन में लगे लेकिन हर बार नंबर आने तक खाद खत्म हो गई। ग्राम दुधकच्छ की रूकमणि बाई ने कहा कि उन्हें 10 बोरी यूरिया की जरूरत है, लेकिन पांच बार आने के बाद भी खाद नहीं मिली।
24600 टन की मांग, अब तक 17600 टन ही पहुंची विपणन संघ के अनुसार, जिले में कुल 24600 मैट्रिक टन यूरिया की मांग है, लेकिन अब तक केवल 17600 टन ही प्राप्त हो सकी है। विपणन संघ गोदाम में 3000 बोरी और एमपी एग्रो में 2000 बोरी यूरिया का वितरण सोमवार से पोर्टल पर एंट्री के बाद किया जाएगा।
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