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स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के अंतर्गत गुरुवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा विभिन्न श्रेणियों में देशभर के नगरीय निकायों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर मध्यप्रदेश के नगरीय निकायों को पुरस्कार मिले। इसमें उज्जैन को भी पुरस्कार मिला। उज्जैन नगर निगम को 3 से 10 लाख की जनसंख्या श्रेणी में ‘सुपर स्वच्छता लीग’ में पहला पुरस्कार मिला है। यह सम्मान महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम अध्यक्ष कलावती यादव और आयुक्त आशीष पाठक ने राष्ट्रपति के हाथों ग्रहण किया। उज्जैन को इस उपलब्धि पर देश में अपनी श्रेणी में पहला स्थान प्राप्त हुआ है, जो नगर के लिए गर्व का विषय है।
महापौर मुकेश टटवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि इस उपलब्धि में नगर निगम के अधिकारियों, कर्मचारियों, सफाई मित्रों और नागरिकों की भागीदारी सराहनीय रही। उन्होंने सभी को बधाई दी और उज्जैनवासियों का आभार प्रकट किया, जिनकी सहभागिता के बिना यह सम्मान संभव नहीं था।
इस वर्ष के स्वच्छता सर्वेक्षण की थीम ‘रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकल’ पर आधारित थी। स्वच्छता और सेवा स्तर के मूल्यांकन के लिए एक संरचित और गहन दृष्टिकोण अपनाया गया। करीब 45 दिनों तक चले इस सर्वेक्षण में देशभर के 4,500 से अधिक शहरों के प्रत्येक वार्ड का निरीक्षण लगभग 3,000 मूल्यांकनकर्ताओं द्वारा किया गया। 54 संकेतकों और 10 सुपरिभाषित मानकों के आधार पर शहरों की रैंकिंग तय की गई। इस दौरान समावेशिता, पारदर्शिता और नागरिक सहभागिता को प्राथमिकता दी गई।
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सर्वेक्षण के तहत 11 लाख से अधिक घरों का फील्ड मूल्यांकन किया गया, वहीं 14 करोड़ से अधिक लोगों ने स्वच्छता ऐप, माईगव पोर्टल और सोशल मीडिया के माध्यम से फीडबैक देकर अपनी भागीदारी दर्ज कराई। यह सर्वेक्षण शहरी जीवन की गुणवत्ता और स्वच्छता के प्रति देश के दृष्टिकोण को दर्शाता है।
महापौर ने यह भी बताया कि इस ऐतिहासिक उपलब्धि के उपलक्ष्य में नगर निगम द्वारा “धन्यवाद मध्यप्रदेश” अभियान चलाया जाएगा, जो 30 जुलाई तक जारी रहेगा। इस अभियान के माध्यम से नागरिकों, सफाई मित्रों और जनप्रतिनिधियों का आभार प्रकट किया जाएगा। नगर निगम शहर में घर-घर जाकर धन्यवाद पत्र पहुंचाएगा और विभिन्न माध्यमों से जनता का अभिनंदन करेगा।
उज्जैन की इस उपलब्धि ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि संगठित प्रयास, नागरिकों की सहभागिता और सकारात्मक दृष्टिकोण से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। यह सम्मान उज्जैन की स्वच्छता यात्रा में एक और ऐतिहासिक अध्याय के रूप में दर्ज हो गया है।
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