[ad_1]

हरदा जिले के अतिथि शिक्षकों ने गुरुवार को अतिथि शिक्षक समन्वय समिति के नेतृत्व में छह सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन संयुक्त कलेक्टर संजीव कुमार नागू को सौंपा।
.
समिति के जिलाध्यक्ष वशिष्ठ यादव ने बताया कि हरदा जिले में 300 से अधिक अतिथि शिक्षक वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें नियमित नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नियमितीकरण का वादा किया था, जिसे अब तक पूरा नहीं किया गया।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत कई अतिथि शिक्षकों के पास एंड्रॉइड मोबाइल नहीं हैं, इसके बावजूद उन्हें ई-अटेंडेंस की अनिवार्यता में शामिल किया जा रहा है। शिक्षकों का कहना है कि इस व्यवस्था को पहले नियमित शिक्षकों पर लागू किया जाना चाहिए। इधर, जिला शिक्षा अधिकारी डीएस रघुवंशी ने कहा कि अतिथि शिक्षकों ने हड़ताल की सूचना दी थी। नियम अनुसार, अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों का वेतन काटा जाएगा।
प्रमुख मांगे इस प्रकार हैं:
- 12 माह सेवाकाल के आधार पर स्थायीकरण।
- ई-अटेंडेंस लागू करने से पहले आकस्मिक अवकाश व दुर्घटना बीमा की सुविधा।
- ग्रामीण शिक्षकों को एंड्रॉइड मोबाइल की उपलब्धता।
- रिक्त पदों पर फॉलन आउट अतिथि शिक्षकों को प्राथमिकता।
- तकनीकी विसंगति दूर कर ज्वाइनिंग, पंजीयन व सत्यापन पोर्टल को पुनः खोला जाए।
- स्कोर कार्ड में प्रति वर्ष अनुभव के 10 अंक जोड़े जाएं।
[ad_2]
Source link

