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पुलिस ने जांच पूरी कर तीन आरोपियों पर केस दर्ज किया है। इनमें से दो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
खंडवा के जावर के बलाही मोहल्ला में रहने वाले 52 वर्षीय किसान सुखराम चाकरे ने जमीन के सौदे में धोखाधड़ी से परेशान होकर 25 जून को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मामले में मृतक के पास से मिला सुसाइड नोट सामने आने के बाद पुलिस ने जांच पूरी कर तीन आरोपिय
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पुलिस के अनुसार, सुखराम चाकरे ने अपनी बीमारी और घर खर्च के लिए अपनी दो एकड़ जमीन और भाई-बहन की एक एकड़ जमीन का सौदा किया था। यह सौदा गांव के दलाल ब्रजेश माणिक के माध्यम से सुनील सोनी (निवासी विट्ठल मंदिर, खंडवा) से 15 लाख रुपए में तय हुआ था। लेकिन सुखराम के भाई और बहन ने जमीन बेचने से मना कर दिया।
इसके बाद सुखराम ने केवल अपनी दो एकड़ जमीन का सौदा 10 लाख रुपए में सुनील सोनी से किया। रजिस्ट्री सुनील की रिश्तेदार सुनीता सोनी के नाम से हुई। रजिस्ट्री के समय 1.5 लाख नकद और 6 लाख रुपए के चेक दिए गए। बाद में 70 हजार रुपए नकद और दिए गए, लेकिन पता चला कि चेक पर काटाछांटी की गई थी।
सिर्फ सवा दो लाख रुपए ही मिले 10 लाख के सौदे में सुखराम को केवल 2.25 लाख रुपए ही मिले। शेष राशि मांगने पर दलाल और खरीदार टालते रहे। बार-बार कहने पर भी जब पैसे नहीं मिले तो किसान मानसिक तनाव में आ गया।

आरोपियों ने किसान को जो चेक दिया, उस पर काटापिटी कर दी गई थी।
सुसाइड नोट में तीन लोगों पर आरोप मौत के बाद मृतक के रिश्तेदार को सुसाइड नोट मिला, जिसमें दलाल ब्रजेश माणिक, खरीदार सुनील सोनी और उसकी रिश्तेदार सुनीता सोनी के नाम लिखे थे। सुखराम ने लिखा था कि इन लोगों ने मिलकर उसे धोखा दिया और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।
पुलिस ने दर्ज किया केस, दो गिरफ्तार पुलिस ने सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से जांच कराई, जिसमें पुष्टि होने पर तीनों आरोपियों पर केस दर्ज किया। सुनील सोनी और ब्रजेश माणिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। सुनीता सोनी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
न्याय दिलाने के लिए जरूरी कानूनी कार्रवाई की जा रही जावर थाना पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है। मृतक के परिवार को न्याय दिलाने के लिए सभी जरूरी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
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