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तीनों दोस्त MBA कर चुके थे और अच्छी-खासी कॉर्पोरेट नौकरियों में थे, लेकिन नौकरी छोड़कर कुछ अलग करने का सपना देखा. उन्होंने नाश्ते की दुनिया में सबसे पसंद किए जाने वाले समोसे को नए अवतार में पेश करने का फैसला किया. इसके लिए उन्होंने शुरुआत में करीब 4-5 लाख रुपए का निवेश किया और एक छोटी दुकान के साथ ठग्गू समोसे की नींव रखी. अब इनका यह कारोबार विस्तार ले रहा है और सालाना दो करोड़ तक टर्नओवर भी हासिल कर रहे हैं.
“ठग्गू समोसा” नाम सुनकर पहले थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन इसके पीछे की सोच दिलचस्प है. यहां काम करने वाले राकेश बताते हैं कि “हमारे समोसे इतने स्वादिष्ट होते हैं कि जो भी एक बार खा लेता है, वो बार-बार आना चाहता है. हम स्वाद से लोगों को ठग लेते हैं, इसलिए नाम रखा ‘ठग्गू समोसा’.” आज यह नाम ही ब्रांड की पहचान बन चुका है.
”ठग्गू समोसा” अपने खास फ्लेवर के लिए जाना जाता है. यहां परंपरागत आलू समोसे से हटकर 14 तरह की यूनिक वैरायटी मिलती है. जिसमें मुख्य रूप से तंदूरी पिज्जा समोसा, चिल्ली पनीर समोसा, पनीर बटर मसाला समोसा, रेड पास्ता समोसा, चॉकलेट समोसा सहित कई और भी वैरायटी हैं. हर वैरायटी का नाम और स्वाद इसे खास बनाता है और लोगों को एक अलग अनुभव देता है. दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ तो रहती ही है, इसके अलावा पूरे दिन ऑनलाइन ऑर्डर भी चलते रहते हैं. समोसे के अलावा यहां कचौरी, वड़ा पाव और अन्य फास्ट फूड आइटम्स भी मिलते हैं. लोगों ने इन अनोखे समोसों को इतना पसंद किया कि जल्द ही बिज़नेस ने रफ्तार पकड़ ली है.
आपको बता दें कि जब ”ठग्गू समोसे” की शुरुआत हुई थी तब तीनों दोस्तों ने 4-5 लाख रुपए इन्वेस्ट किया था. दस वर्षो से लगातार मेहनत करने का फल तीनों दोस्तों को मिला है. अब ”ठग्गू समोसा” का सालाना कारोबार करोड़ों में पहुंच गया है. फिलहाल जयपुर में ”ठग्गू समोसे” की 4 दुकानें है, जो मालवीय नगर, वैशाली नगर, मानसरोवर और भांकरोटा स्थित है. इन चारों दुकानों पर सालाना 2 करोड़ रुपए तक का कारोबार होता हैं. तीन दोस्तों की यह अनोखी पहल जयपुर में न सिर्फ एक स्वादिष्ट ब्रांड बन चुकी है, बल्कि यह उदाहरण भी है कि सही सोच, मेहनत और लोकल स्वाद के साथ कोई भी स्टार्टअप बड़ा मुकाम हासिल कर सकता है.
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