Home देश/विदेश Shubhanshu Shukla | When will Shubhanshu Shukla return| अंतरिक्ष में 18 दिन...

Shubhanshu Shukla | When will Shubhanshu Shukla return| अंतरिक्ष में 18 दिन बिताकर शुभांशु शुक्ला लौट रहे हैं धरती पर

35
0

[ad_1]

Last Updated:

Shubhanshu Shukla Space Program: अंतरिक्ष में पहुंचे दूसरे भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला 18 दिन की अपनी यात्रा के बाद धरती पर लौटने वाले हैं. हालांकि उनकी धरती पर वापसी और घर पहुंचने के बीच में 7 दिन का गैप …और पढ़ें

अंतरिक्ष में 18 दिन बिताकर शुभांशु शुक्ला लौट रहे हैं धरती पर, जाएंगे कहां?

शुभांशु शुक्ला.

हाइलाइट्स

  • 15 जुलाई को धरती पर लैंड होंगे अंतरिक्षयात्री शुभांशु शुक्ला
  • 18 दिन अंतरिक्ष में बिताने के बाद लौटेंगे धरती पर
  • घर जाने से पहले NASA की निगरानी में रहेंगे 7 दिन
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से वापसी को लेकर अहम जानकारी सामने आई है. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को एक्सिओम-4 इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन मिशन से जुड़ा अपडेट देते हुए कहा कि शुभांशु शुक्ला 15 जुलाई को दोपहर 3 बजे पृथ्वी पर लौट सकते हैं. शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के तहत तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर गए थे.

इन अंतरिक्ष यात्रियों का 14 दिन का मिशन था, जो पूरा हो चुका है. फिलहाल शुभांशु शुक्ला समेत अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के पृथ्वी पर लौटने का इंतजार है. एक्सिओम-4 मिशन का अंडॉकिंग का समय 14 जुलाई को शाम 4 बजकर 30 मिनट पर निर्धारित किया गया है. पृथ्वी पर वापसी की प्रक्रिया 15 जुलाई को दोपहर 3 बजे तय की गई है. इन टाइमिंग में लगभग एक घंटे का मार्जिन विंडो होता है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने जानकारी दी कि एक्सिओम-4 को लेकर मिशन प्रबंधकों ने हरी झंडी दे दी है. इस मिशन का नेतृत्व कमांडर पेगी व्हिटसन कर रही हैं, जबकि शुभांशु शुक्ला पायलट की भूमिका निभा रहे हैं.

अंतरिक्ष में क्या-क्या किया?

नासा के मुताबिक एक्सिओम-4 टीम ने शुक्रवार को कई अहम प्रयोग किए. पहले जैव-चिकित्सकीय अनुसंधान के तहत रक्त के नमूने लिए गए, फिर इसके बाद माइक्रोएल्गी का अध्ययन किया गया, जो अंतरिक्ष में भोजन और जीवन समर्थन प्रणाली का संभावित स्रोत है. इन्होंने नैनोमटेरियल्स का अध्ययन किया गया, जो ऐसे वियरेबल डिवाइस के विकास में सहायक हैं, जो क्रू की सेहत पर लगातार नजर रख सकते हैं. टीम ने इलेक्ट्रिकल मसल स्टिमुलेशन, थर्मल कम्फर्ट सूट मटेरियल की जांच और क्रू बिहेवियरल स्टडी के लिए गतिविधियों की रिकॉर्डिंग की. रविवार को अंतरिक्ष यात्री शोध सैंपलों से भरे वैज्ञानिक उपकरणों की पैकिंग शुरू करेंगे और पृथ्वी पर वापस लाने के लिए स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान में अपने सामान को रखेंगे.

क्यों 7 दिन NASA ले जाएगा अपने साथ?

अंतरिक्ष से लौटने वाले अंतरिक्ष यात्रियों के लिए 7 दिवसीय पुनर्वास कार्यक्रम का सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण के कारण शरीर में आई शारीरिक क्षमताओं की कमी को रिकवर करना होता है. अंतरिक्ष में रहने से मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, संतुलन और कोऑर्डिनेशन की क्षमता घट जाती है. इससे कार्डियोवैस्कुलर एक्टिविटीज भी प्रभावित होती हैं. ऐसे में यह कार्यक्रम प्रत्येक अंतरिक्ष यात्री की जरूरतों के अनुसार विशेष रूप से तैयार किया जाता है.

किन-किन प्रक्रियाओं से गुजरेंगे शुभांशु शुक्ला?

पुनर्वास के प्रारंभिक चरण में एम्बुलेशन यानि प्राथमिक रूप से चलने-फिरने, हृदय की फिटनेस और शरीर के लचीलेपन पर ध्यान दिया जाता है. इसका उद्देश्य शरीर को सामान्य गतिविधियों के लिए तैयार करना होता है. जैसे-जैसे शरीर की स्थिति बेहतर होती है, एक्सरसाइज बढ़ाई जाती है. बाद के चरणों में संतुलन और कोऑर्डिनेशन बढ़ाने के लिए प्रोप्रियोसेप्टिव ट्रेनिंग और फंक्शनल डेवलपमेंट पर काम किया जाता है. यह प्रक्रिया न सिर्फ शारीरिक तौर पर सामान्य करती है बल्कि अंतरिक्ष यात्रियों को रोजमर्रा के कार्यों में सहजता से वापस लौटने में भी सहायता करती है. इस दौरान उन्हें पूरी तरह से वैज्ञानिकों की निगरानी में रखा जाता है.

कैसे तय होते हैं पुनर्वास के दिन?

जितना ज्यादा समय अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में बिताते हैं, उतना ही अधिक उनका शरीर माइक्रोग्रैविटी के प्रभाव में रहता है. लंबे मिशनों, जैसे 6 महीने तक के ISS मिशन के बाद रिहैबिलिटेशन कई हफ्तों तक चल सकता है, जबकि छोटे मिशनों जैसे 10–20 दिन के बाद यह 7–10 दिनों तक सीमित हो सकता है. शुभांशु शुक्ला का मिशन सिर्फ 18 दिन का है, इसलिए उन्हें 7 दिन के रिहैब में रखा जाएगा, वहीं सुनीता विलियम्स 600 से ज्यादा दिन अंतरिक्ष में बिताकर आई थीं, तो उन्हें 45 दिन रिहैब में रखा गया था.

Prateeti Pandey

News18 में Offbeat डेस्क पर कार्यरत हैं. इससे पहले Zee Media Ltd. में डिजिटल के साथ टीवी पत्रकारिता भी अनुभव रहा है. डिजिटल वीडियो के लेखन और प्रोडक्शन की भी जानकारी . टीवी पत्रकारिता के दौरान कला-साहित्य के सा…और पढ़ें

News18 में Offbeat डेस्क पर कार्यरत हैं. इससे पहले Zee Media Ltd. में डिजिटल के साथ टीवी पत्रकारिता भी अनुभव रहा है. डिजिटल वीडियो के लेखन और प्रोडक्शन की भी जानकारी . टीवी पत्रकारिता के दौरान कला-साहित्य के सा… और पढ़ें

homeworld

अंतरिक्ष में 18 दिन बिताकर शुभांशु शुक्ला लौट रहे हैं धरती पर, जाएंगे कहां?

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here