भारी बारिश के चलते शिवपुरी के मड़ीखेड़ा डैम, हरसि डैम और मोहनी डैम के फुल होने से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे सिंध नदी और सहायक नदियां ओवरफ्लो चल रही हैं। दतिया के भांडेर ब्लॉक में पहूज नदी उफान पर है, जिससे भांडेर-मोंठ मार्ग पर नदी पर बनी पुलिया के काफी ऊपर पानी आ गया है और भांडेर का उत्तर प्रदेश से संपर्क टूट गया है।
इसके बावजूद भी कुछ लोग अपनी जान जोखिम में डालकर पुलिया को पार कर रहे हैं। जिला प्रशासन या पुलिस महकमे ने पुलिया पर न बेरीकेडिंग की है और न ही कोई पुलिस व्यवस्था लगाई है, जिससे लोग बेरोकटोक जान हथेली पर रखकर वाहन समेत पुलिया पार कर रहे हैं और कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
ये भी पढ़ें- मऊगंज में बारिश बनी मुसीबत, पुल डूबे, 12 गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूटा
दतिया में तेज बारिश से शहर के नाले चोक हो गए और रिछरा फाटक इलाके में पानी भर गया। रिछरा फाटक पर एक कबाड़ी की दुकान का सामान फैलने से पानी का बहाव और ज्यादा रुक गया, जिससे सड़क पर करीब दो फीट पानी आ गया। जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और कबाड़ी का सामान हटवाकर रास्ता साफ करवाया।
ये भी पढ़ें- निर्माणाधीन ओवरब्रिज के गड्ढे में भरे पानी में डूबे दो भाई, दोनों की दर्दनाक मौत, गांव में मातम
बता दें कि कलेक्टर ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने क्षेत्र में बारिश के चलते मुख्यालय पर रहने के निर्देश दिए थे और तटीय इलाकों एवं जलभराव क्षेत्रों का निरीक्षण करने को कहा है। अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। वहीं, बारिश के दौरान दतिया के स्थानीय तारन तालाब मार्ग की सड़क खराब होने और प्रशासन द्वारा गिट्टी और मिट्टी डलवाने से एक स्कूल बस हादसे का शिकार होने से बच गई।बस में स्कूल के बच्चे भरे थे, लेकिन सूझबूझ ने हादसा होने से बचा लिया।
बता दें कि यह मार्ग मेन हाइवे को जोड़ता है और इस पर बड़े-बड़े वाहन निकलते हैं। उल्लेखनीय है कि यह वही रास्ता है जब पिछली साल भारी बारिश से तालाब लबालब हो गए थे और मार्ग बह गया था। नपा प्रशासन ने इस रोड पर पक्के निर्माण पर ध्यान नहीं दिया, जो आज परेशानी का सबब बन रही है।