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Udaipur Files News: उदयपुर के कन्हैयालाल मर्डर केस पर बनी फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ के रिलीज होने पर लगी कोर्ट की रोक के बाद उनके बेटे यश का दर्द छलक उठा है. यश का कहना है कि वे तीन साल से न्याय का इंतजार कर रहे ह…और पढ़ें
कन्हैयालाल के बेटे ने यश ने शपथ ले रखी है कि जब आरोपियोें को सजा नहीं मिल जाती तब तक वे अपने पिताजी की अस्थियों का विसर्जन नहीं करेंगे.
हाइलाइट्स
- उदयपुर फाइल्स फिल्म पर कोर्ट ने रोक लगाई.
- कन्हैयालाल के बेटे यश ने न्याय की मांग की.
- तीन साल से न्याय का इंतजार कर रहे हैं यश.
कन्हैयालाल के बेटे यश साहू ने हाईकोर्ट के निर्णय के बाद कहा कि कन्हैयालाल के हत्यारों के खिलाफ पूरे सबूत होने के बावजूद सजा नहीं हो पाई है. यश ने कहा कि हत्यारों के खिलाफ वीडियो सबूत हैं लेकिन तीन साल में हत्यारों को जल्द सजा हो इसके लिये कोई प्रयास नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि सीबीआई कोर्ट को एनआईए कोर्ट का अतिरिक्त दायित्व दिया हुआ है. उसमें महीने में एक या दो बार ही सुनवाई हो पाती है. इस केस को दिन प्रतिदिन सुनवाई या फास्ट ट्रेक कोर्ट में नहीं ले जाया गया. इसके कारण वे अभी तक वे न्याय का इंतजार कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि फिल्म रोकने के लिये तीन दिन पहले लगी याचिका पर फैसला हो गया लेकिन लेकिन सबूत होने के बावजूद हत्यारों को अब तक सजा नहीं हो पाई है. यश ने कहा कि यह फिल्म किसी समुदाय विशेष को लेकर नहीं बनी है. बल्कि आतंकवादी सोच को बताने वाली है. कन्हैयालाल के छोटे बेटे तरुण का कहना है कि फिल्म में सेंसर बोर्ड पहले ही 50 से ज्यादा सीन पर अपनी कैंची चला चुका है. ऐसे में अब विवाद हो ऐसी कोई स्थिति नजर नहीं आती है.
चार्जशीट में 11 आरोपी बनाए गये थे
कन्हैयालाल की हत्या के मामले में पेश की गई चार्जशीट में 11 आरोपी बनाए गये थे. इसमें दो आरोपी पाकिस्तान के होने के चलते गिरफ्तार नहीं हो सके. जबकि 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरफ्तार किये गये आरोपियों में दो आरोपी को जमानत भी मिल गई. कन्हैयालाल के बेटे यश ने तो यहां तक शपथ ले रखी हैं कि जब तक कन्हैयालाल के आरोपियों को सख्त सजा नहीं होगी तब तक वे जूते-चप्पल नहीं पहनेंगे. बाल नहीं कटवाएंगे और उनकी अस्थियों का विसर्जन भी नहीं करेंगे.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
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