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छिंदवाड़ा जिले के उत्कृष्ट विद्यालय में शुक्रवार से इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत दो दिवसीय मॉडल प्रदर्शनी का शुभारंभ हुआ। इस प्रदर्शनी में जिलेभर से चयनित छात्र-छात्राओं ने अपने नवाचार विज्ञान मॉडल प्रस्तुत किए। सभी विकासखंडों से प्रतिभागियों ने
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कार्यक्रम का उद्घाटन जिला शिक्षा अधिकारी जी.एस. बघेल की उपस्थिति में हुआ। उन्होंने कहा कि यह मंच छात्रों की रचनात्मक सोच को निखारने के साथ-साथ उन्हें राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने का अवसर भी देता है। इस मौके पर शाला प्राचार्य अवध काले सहित स्कूल स्टाफ भी मौजूद रहा। प्रदर्शनी को देखने बड़ी संख्या में शहरवासी पहुंचे।
राष्ट्रीय नव प्रवर्तन प्रतिष्ठान की टीम ने किया मूल्यांकन गांधीनगर से आई राष्ट्रीय नव प्रवर्तन प्रतिष्ठान (NIF) की जांच टीम ने सभी मॉडल का गहन निरीक्षण किया। टीम के प्रोजेक्ट एसोसिएट विराट त्रिपाठी स्वयं छिंदवाड़ा पहुंचे और बच्चों से उनके प्रोजेक्ट की अवधारणा और नवाचार के उद्देश्य पर विस्तार से चर्चा की।
विकासखंडवार मॉडल की सबसे ज्यादा संख्या छिंदवाड़ा से रही। जानकारी के अनुसार, छिंदवाड़ा से 75, मोहखेड से 19, अमरवाड़ा से 21, सौसर से 15, पांढुर्णा से 16, चौरई से 13, तामिया से 24, बिछुआ से 54, परासिया से 29, हर्रई से 23 और जुन्नारदेव से 53 मॉडल शामिल हुए। इस तरह कुल मिलाकर 342 विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी में प्रस्तुत किए गए।

बाल वैज्ञानिकों के मॉडल का निरीक्षण करते अधिकारी।
बच्चों ने बनाए अनोखे मॉडल, जिन पर खास नजर
- आकाश डेहरिया, शासकीय नवीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्र, कार्बाइड गन लेकर आए। यह यंत्र खेतों और जंगलों से जानवरों को भगाने के लिए तेज आवाज पैदा करता है और किसानों के लिए उपयोगी हो सकता है।
- आरफ कोष्ठा, केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-1 के छात्र, स्मार्ट बैग लेकर आए। इस बैग में एक बटन दबाने पर इमरजेंसी कॉल की जा सकती है, जो खासतौर पर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा में मददगार साबित हो सकता है।
क्या है इंस्पायर अवॉर्ड मानक योजना? यह योजना भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संचालित की जाती है, जिसका उद्देश्य 10 से 15 वर्ष आयु वर्ग के स्कूली छात्रों में वैज्ञानिक सोच और नवाचार को प्रोत्साहित करना है। चयनित छात्रों को प्रोत्साहन राशि दी जाती है और वे जिला, संभाग, राज्य से होते हुए राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी में अपने मॉडल प्रस्तुत करते हैं। हर साल लाखों छात्र इस योजना में भाग लेते हैं और कुछ हज़ार छात्रों को दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय प्रदर्शनी में मॉडल दिखाने का मौका मिलता है।
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