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8 नई टंकियां और फिल्टर प्लांट बनाए जाएंगे।
धार में बदनावर माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना के जरिए नर्मदा का पानी शहर में लाया जाएगा। ये परियोजना तिरला ब्लॉक के रायपुरिया गांव क्षेत्र से होकर गुजरेगी। नगर पालिका ने इस योजना के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।
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शहर से करीब 8-10 किलोमीटर दूर से गुजरने वाली इस लाइन से नयापुरा तालाब तक वॉटर सप्लाई लाइन बिछाई जाएगी। इस पानी को नयापुरा तालाब से अन्य तालाबों में भी संग्रहित किया जाएगा।
विधायक नीना ने चुनाव के दौरान किया था वादा ये योजना पंचवर्षीय उद्वहन सिंचाई परियोजना का हिस्सा है। इस परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। धार विधायक नीना वर्मा ने विधानसभा चुनाव के दौरान नर्मदा का पानी धार लाने का वादा किया था। उनके प्रयासों से शासन और जल संसाधन विभाग ने इस योजना को मंजूरी दी है।
जमीन से गुजर रही थी हाई टेंशन लाईन नर्मदा का पानी सबसे नजदीक के पेयजल स्त्रोत नयापुरा तालाब में इकट्ठा करने की योजना थी। इसके लिए 0.5 एमसीएम के तालाब की जल संग्रहण क्षमता 1.5 एमसीएम करने की प्लानिंग की गई थी। विस्तारीकरण के लिए प्रशासन ने जमीन भी उपलब्ध करवा दी थी। इस जमीन पर विद्युत मंडल की हाई टेंशन लाईन गुजर रही थी। जिसको हटाने में करीब ढ़ाई करोड़ रूपए का खर्च आ रहा था। इसी के साथ कुछ निजी किसानों की जमीन शामिल होने से मुआवजा देने की स्थिति में प्रोजेक्ट लागत से ज्यादा पैसे इन बाकी के काम में खर्च हो रहा था। इसके कारण विस्तारीकरण कार्य निरस्त किया गया।
तीन तालाब की होगी कनेक्टिविटी माईक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना से धार को गर्मी के मौसम में पानी मिल पाएगा। इस दौरान सिंचाई के लिए इसकी आवश्यकता नहीं के बराबर रहती है। इधर नयापुरा तालाब विस्तारीकरण कार्य निरस्त होने से पानी संग्रहण के लिए तीन तालाबों की कनेक्टिविटी बनाई जाएगी। इसके तहत नयापुरा को लबालब करने के बाद यहां से लाईन द्वारा पानी सीतापाट और मार्ग के ही नटनागरा तालाब में ले जाया जाएगा। यह तीनों तालाब एक ही मार्ग की कनेक्टिविटी में है। इस तरह तीनों तालाबों को नर्मदा के जल से लबालब रखा जाएगा।
8 टंकियां और एक नया फिल्टर प्लांट बनाया जा रहा नपा सीएमओ विश्वनाथ सिंह के अनुसार वर्तमान में शहर की आवश्यकता दिलावरा तालाब के जल उपयोग एवं अन्य तालाबों से हो जाती है। भविष्य में बढ़ती आबादी के मद्देनजर पेयजल आपूर्ति के लिए नर्मदा का जल एक बड़ी सौगात होगा। इधर अमृत 2.0 के तहत शहर के अलग-अलग इलाकों में करीब 8 टंकियां और एक नया फिल्टर प्लांट बनाया जा रहा है। नर्मदा का पानी इन टंकियों के माध्यम से सुचारू जल वितरण में मददगार साबित होगा।
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