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PM Modi Trinidad & Tobago Visit | ‘मेरे कमरे में रहिए…’ पर नरेंद्र मोदी ने कहा नहीं, चुना बड़े घर का छोटा सा कोना, 25 साल पुरानी वो कहानी

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Agency:एजेंसियां

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25 साल पहले बीजेपी के एक सामान्य नेता के रूप में, त्रिनिदाद दौरे पर गए नरेंद्र मोदी ने उद्योगपति एमएल मित्तल के घर में बिना एसी वाले इस्त्री घर को अपना ठिकाना बनाया था. इसी दौरे में 2000 के विश्व हिंदू सम्मेलन …और पढ़ें

'मेरे कमरे में रहिए…' पर नरेंद्र मोदी ने कहा नहीं, चुना घर का एक छोटा सा कोना

त्रिनिदाद की वो रात: जब नरेंद्र मोदी ने इस्त्रीघर को बनाया था अपना ठिकाना.

हाइलाइट्स

  • नरेंद्र मोदी ने त्रिनिदाद में बिना एसी वाले कमरे में ठहरना चुना.
  • मोदी ने 2000 के विश्व हिंदू सम्मेलन में प्रभावशाली भाषण दिया.
  • अशोक सिंघल ने मोदी को ‘संघ का शेर’ कहकर संबोधित किया.
नई दिल्ली: आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो की आधिकारिक यात्रा पर हैं, तो 25 साल पुरानी एक घटना फिर से चर्चा में है. वह समय जब नरेंद्र मोदी भारतीय जनता पार्टी के महासचिव थे और त्रिनिदाद के पोर्ट-ऑफ-स्पेन में आयोजित विश्व हिंदू सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे थे. उस यात्रा में एक साधारण रात ने नरेंद्र मोदी के स्वभाव और व्यक्तित्व की झलक दी थी, जो आज भी नहीं बदली है. इस यात्रा के दौरान वे वहां बसे उद्योगपति एम.एल. मित्तल के घर ठहरे. लेकिन मित्तल आज भी उस यात्रा को एक असाधारण स्मृति के रूप में याद करते हैं, खासकर मोदी की सादगी और अनुशासन के लिए.

न्यूयॉर्क से त्रिनिदाद तक

1998 में न्यूयॉर्क में नरेंद्र मोदी की पहली मुलाकात हुई थी उद्योगपति एमएल मित्तल से. कुछ साल बाद जब नरेंद्र मोदी त्रिनिदाद आए, तो वे मित्तल के घर ठहरे. मित्तल ने उन्हें मास्टर बेडरूम देने की पेशकश की या होटल का प्रबंध करने की बात कही. लेकिन मोदी ने सादगी चुनी. उन्होंने इस्त्रीघर में रुकना पसंद किया. एक छोटा कमरा, जिसमें न एसी था न अटैच बाथरूम. लेकिन मोदी ने वही पसंद किया और कहा कि उन्हें कोई असुविधा नहीं है.

मित्तल बताते हैं, ‘मेरे अपार्टमेंट में सिर्फ चार कमरे थे. मैंने मोदी जी से आग्रह किया कि वे मेरा एसी वाला कमरा लें या होटल में रुक जाएं, लेकिन उन्होंने साफ मना कर दिया. उन्होंने घर के एक छोटे से इस्त्रीघर को अपना ठिकाना बना लिया, जहां न एसी था, न अटैच बाथरूम.’

मित्तल कहते हैं, ‘हर सुबह वे 5 बजे उठते, खुद चाय बनाते और बाकी सभी के लिए नाश्ता भी तैयार कर देते, स्टाफ के आने से पहले. ‘ऐसा अनुशासन और विनम्रता उस समय शायद ही किसी नेता में देखी हो.’ दिल्ली में जब मोदी बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव थे, तब मित्तल उनसे मिलने पहुंचे. वे चौंक गए जब उन्होंने मोदी को एक मामूली स्टाफ क्वार्टर में रहते देखा- एक छोटा बिस्तर, एक बोतल और वही सादा जीवन.



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