[ad_1]
छिंदवाड़ा शहर में स्टेज कैरेज परमिट पर संचालित होने वाली अंतरप्रांतीय और अंतरजिला बसों को लेकर बड़ा बदलाव प्रस्तावित किया गया है। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी और ट्रैफिक प्रभारी द्वारा सोमवार को सभी बस संचालकों की बैठक बुलाई गई, जिसमें स्पष्ट निर्देश दिए
.
यदि ऐसा किया गया तो संबंधित वाहनों के परमिट निलंबन, वाहन जब्ती अथवा जुर्माना जैसी कठोर कार्यवाही की जाएगी।
पिछले दिनों कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने बैठक के दौरान नहीं यातायात व्यवस्था पर नाराजगी जाहिर करते हुए यातायात विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे। इसके बाद यातायात निरीक्षक राकेश तिवारी ने बस ऑपरेटर की बैठक की थी और उन्हें नोटिस भी दिया था।

ज्ञापन देकर अपनी मांगे सौपते बस ऑपरेटर
बस संचालक राजेश मिगलानी ने बताया यह निर्देश ऐसे समय पर आया है। जब छिंदवाड़ा से नागपुर, अमरावती, सारनी, पिपरिया, नरसिंहपुर, पांढुर्ना, शिवनी, बास्तीघाट और जिले की अन्य तहसीलों के बीच दर्जनों बसें रोजाना संचालन कर रही हैं। इन बसों से मध्यम और निम्न वर्गीय यात्री, विशेष रूप से कोर्ट-कचहरी, कृषि कार्य, कॉलेज-स्कूल आने-जाने वाले छात्र-छात्राएं और दिव्यांग जन यात्रा करते हैं।
बस संचालकों ने इस निर्णय को लेकर चिंता और आपत्ति व्यक्त करते हुए बताया कि शहर में स्थित नरसिंहपुर नाका, विवेकानंद कॉलोनी, चंदनगांव, कुंडीपुरा, रेलवे स्टेशन, परासिया रोड, बैतूल रोड जैसे क्षेत्रों के यात्री रास्ते में बसों को रोककर चढ़ने-उतरने की मांग करते हैं। यदि चालक या परिचालक मना करते हैं तो विवाद की स्थिति बन जाती है।
कई बार गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग और स्कूली छात्र बस में चढ़ने की मांग करते हैं। ऐसी मानवीय परिस्थितियों में चालक-परिचालक को मजबूरन बस रोकनी पड़ती है।
एसोसिएशन ने प्रशासन से मांग की है कि यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चिह्नित स्टॉपेज निर्धारित किए जाएं। ठीक वैसे ही जैसे सिटी बसों के लिए नगर में स्टॉपेज बनाए गए हैं। इन स्थाई स्टॉपेज पर ही बसों को कुछ मिनट रुकने की अनुमति दी जाए जिससे आम नागरिकों को राहत मिल सके और यातायात व्यवस्था भी प्रभावित न हो।
प्रशासन की ओर से इस विषय पर सहयोग न मिलने पर संचालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे
[ad_2]
Source link



